TYPHOON HAILONG:जापान पर मंडरा रहा टाइफून हैलोंग का खतरा , टाइफून नंबर 22 तेज हवाओं और भारी बारिश से कांप रहा जापान, आने वाले 48 घंटे देश के लिए बेहद अहम

जापान एक बार फिर प्रकृति के प्रचंड रूप का सामना करने जा रहा है। प्रशांत महासागर से उठा भीषण चक्रवाती तूफान हैलोंग जिसे जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी ने टाइफून नंबर 22 का नाम दिया है, देश के पूर्वी तटीय और द्वीपीय इलाकों पर कहर बरपाने की ओर बढ़ रहा है। इसे एजेंसी ने अत्यंत शक्तिशाली श्रेणी में रखा है।

कहां है तूफान अभी?

एजेंसी के अनुसार, बुधवार सुबह 9 बजे तक यह तूफान प्रशांत महासागर में कीई प्रायद्वीप के पास सक्रिय था और करीब 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा था।तूफान का केंद्रीय वायुदाब 935 हेक्टोपास्कल दर्ज किया गया है।हवा की औसत गति 180 किमी/घंटा (50 मीटर/सेकंड) और झोंकों की गति 252 किमी/घंटा (70 मीटर/सेकंड) तक पहुंच रही है।यह ताकत इसे एक विनाशकारी तूफान में बदल रही है।

किन इलाकों पर मंडरा रहा खतरा?

मौसम विभाग का अनुमान है कि हैलोंग कांतो क्षेत्र के दक्षिण में मुड़ते हुए आज रात तक ईज़ू द्वीपसमूह के पास पहुंच सकता है।विशेषकर हाचिजोजिमा और आओगाशिमा द्वीपों पर इसके टकराने की आशंका जताई गई है।यहां भारी बारिश, तेज हवाएं और समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं।कांतो क्षेत्र और कीई प्रायद्वीप के तटीय हिस्सों में 4-6 मीटर ऊंची लहरें और हाई टाइड की चेतावनी दी गई है।

रिकॉर्ड बारिश और बाढ़ का खतरा

हाचिजोजिमा द्वीप पर गुरुवार सुबह 7:20 बजे तक छह घंटे में 284.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 2003 के बाद से सबसे ज्यादा है।ईज़ू क्षेत्र में प्रति घंटे 80 मिमी से ज्यादा बारिश की संभावना है।कुल वर्षा 200 मिमी से अधिक हो सकती है।कुछ जगहों पर जमीन ढीली हो चुकी है, जिससे भूस्खलन का खतरा और बढ़ गया है।

समुद्र में कैसी स्थिति?

समुद्र में हवा की औसत रफ्तार 180 किमी/घंटा तक आंकी जा सकती है।झोंकों की गति 250 किमी/घंटा से अधिक बताई जा रही है।समुद्र में लहरों की ऊंचाई 9 मीटर से अधिक है।कांतो और कीई प्रायद्वीप के तटीय क्षेत्रों में 4–6 मीटर ऊंची लहरों की चेतावनी जारी की गई है।

प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति

हाचिजोजिमा हवाई अड्डे पर हवा की गति 190 किमी/घंटा तक दर्ज की गई।हाचिजोजिमा द्वीप पर झोंके 160 किमी/घंटा और मियाकेजिमा द्वीप पर 120 किमी/घंटा से अधिक है।कई इलाकों में बिजली आपूर्ति और यातायात पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

कब तक रहेगा तूफान का असर?

मौसम एजेंसी ने अनुमान जताया है कि 10 अक्टूबर तक यह तूफान जापान के पूर्वी तट से गुजर जाएगा।11 अक्टूबर तक इसकी तीव्रता घटकर यह सामान्य चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा।

प्रशासन की अपील

जापान सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे घरों के अंदर सुरक्षित रहें।मौसम एजेंसी की ताज़ा चेतावनियों पर नजर रखें।निचले इलाकों और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोग विशेष सतर्कता बरतें।किसी भी आपात स्थिति में तुरंत निकासी के निर्देशों का पालन करें।

निष्कर्ष

टाइफून हैलोंग ने जापान के तटीय और द्वीपीय इलाकों के सामने एक बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। तेज़ हवाओं, रिकॉर्ड बारिश और ऊंची समुद्री लहरों के कारण हालात गंभीर बने हुए हैं। प्रशासन और मौसम एजेंसी लगातार चेतावनी जारी कर रहे हैं। आने वाले 48 घंटे जापान के लिए बेहद अहम साबित हो सकते हैं।

 

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