हिमाचल में मानसून का कहर जारी, किन्नौर में बादल फटने से मची तबाही, 606 सड़कें सहित 2 राष्ट्रीय राजमार्ग हुए ठप्प

हिमाचल में मानसून सीजन भले ही अपनी विदाई की ओर बढ़ रहा है, लेकिन जाते-जाते भी मानसून हिमाचल प्रदेश में तबाही मचा रहा है। किन्नौर जिले के थाच गांव में रात करीब 12:10 बजे के आस-पास बादल फटा गया , जिससे गांव के साथ बहते तीन नालों में भीषण बाढ़ आ गई। बाढ़ के चलते खेतों और बगीचों को भारी नुकसान हुआ है। इस दौरान लोग अपने घरों को छोड़कर जंगलों की ओर भागे। वहां जाकर लोगों ने अपनी जान बचाई। बाढ़ के चलते कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। गांव में एक मकान बाढ़ की चपेट आ गया, जबकि कईं घर गिरने की कगार पर हैं।

तेज़ बारिश और पानी के बहाव से कई गाड़ियां पानी में बह गईं ।बारिश-भूस्खलन की वजह से राज्य में अब भी 606 सड़कें बंद हैं, जिनमें दो राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं।

इस हादसे मसे किसी को जान–माल का नुकसान नही हुआ है। सड़कों पर भारी मलबा जमा होने के कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया. प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया.

मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है।हाल ही में शिमला, कांगड़ा, पालमपुर, मुरारी देवी और सुंदरनगर में गरज-बरस के साथ बारिश दर्ज की गई, जबकि ताबो और बजौरा में 33 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों और भूस्खलन संभावित इलाकों से दूर रहने की अपील की है।

राज्य में इस मानसून सीजन में अब तक 46 बादल फटने, 98 अचानक बाढ़ और 146 बड़े भूस्खलन की घटनाएं हो चुकी हैं। इन आपदाओं और सड़क दुर्घटनाओं में अब तक 424 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 242 मौतें तेज बारिश जैसी घटनाओं से और 182 सड़क हादसों से हुई हैं। इसके अलावा 481 लोग घायल हुए हैं और 45 अब भी लापता बताए जा रहे हैं।

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