दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बार फिर राजधानी को दहलाने की बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। पुलिस ने इस्लामिक स्टेट (ISIS) के एक सक्रिय मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आतंकी दिल्ली और उसके आसपास के हाई-फुटफॉल वाले इलाकों जैसे बाजारों और भीड़भाड़ वाले स्थलों को निशाना बनाने की तैयारी में थे।गिरफ्तार किए गए आतंकियों में से एक की पहचान अदनान, निवासी सादिक नगर, दिल्ली के रूप में हुई है, जबकि दूसरा आरोपी मध्य प्रदेश के भोपाल का रहने वाला बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, दोनों ISIS मॉड्यूल के सदस्य हैं और फिदायीन हमलों (आत्मघाती हमलों) की ट्रेनिंग ले रहे थे।
महीनों से थी निगरानी
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिला था कि ISIS का एक मॉड्यूल राजधानी में किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहा है।इस सूचना के आधार पर, पुलिस की विशेष टीमों ने गुप्त निगरानी शुरू की और कई हफ्तों की जांच के बाद दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने इनके पास से बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की, जिसमें ISIS का झंडा, लैपटॉप और पेन ड्राइव जिसमें उग्रवादी सामग्री भरी थी। कई वीडियो और तस्वीरें कुछ ऐसी डिजिटल घड़ियां, जिनका उपयोग IED बनाने में किया जा सकता था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसे जब्त किया है।
चौंकाने वाली है पृष्ठभूमि
जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार दोनों आतंकियों का नाम अदनान है। इनमें से एक दिल्ली का रहने वाला है, जबकि दूसरा भोपाल का निवासी है।दिल्ली में पकड़ा गया अदनान पहले भी खुफिया एजेंसियों की रडार पर था, जबकि दूसरा अदनान, जो भोपाल से पकड़ा गया, चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) का कोर्स कर रहा था। दिल्ली पुलिस ने बताया कि यह वही अदनान है, जिसे जून 2024 में उत्तर प्रदेश ATS ने भी गिरफ्तार किया था, जब उसने ज्ञानवापी मामले की सुनवाई करने वाले जज को धमकी दी थी। रिहाई के बाद से वह फिर से ISIS से जुड़ गया था और आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया।
विदेशी हैंडलर से संपर्क
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपी एक विदेशी हैंडलर के संपर्क में थे, जो सीरिया-तुर्की सीमा के आसपास से अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा था।आरोपियों ने बताया कि वे उस व्यक्ति को अपना “सुपरवाइजर” मानते थे और वही उन्हें आतंकी साजिशों और प्रोपेगेंडा फैलाने के निर्देश देता था।दिल्ली पुलिस ने यह भी बताया कि दोनों आतंकवादी इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से कट्टरपंथी सामग्री सांझा कर रहे थे।वे युवाओं को बहकाने और उन्हें ISIS की विचारधारा से जोड़ने का काम कर रहे थे।
गुप्त अभियान में मिली सफलता
भोपाल के निशातपुरा थाना क्षेत्र के करोंद इलाके से दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और NIA की संयुक्त टीम ने एक अन्य आतंकी अदनान उर्फ अबु मोहम्मद को गिरफ्तार किया।यह आतंकी अपने साथियों के साथ मिलकर दिल्ली में बड़े धमाके की तैयारी कर रहा था।दिल्ली पुलिस ने पहले ही सादिक नगर निवासी अदनान को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान भोपाल में छिपे इस साथी की जानकारी मिली।इसके बाद, NIA और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने भोपाल में गुप्त छापेमारी कर अदनान को गिरफ्तार किया।
हर तीन माह में ठिकाना बदलता था आतंकी
सूत्रों के अनुसार, भोपाल में पकड़ा गया अदनान सोशल मीडिया पर ISIS समर्थक समूहों से जुड़ा हुआ था।वह पहले अशोका गार्डन थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रहता था, लेकिन गिरफ्तारी से बचने के लिए हर तीन महीने में अपना ठिकाना बदलता था।कुछ दिन पहले ही उसने करोंद इलाके में नया मकान लिया था, जहां से उसे पकड़ा गया।उसके पास से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल सबूत मिले हैं।
पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और NIA अब यह जांच कर रहे हैं कि दिल्ली और भोपाल के इन दोनों आतंकियों के बीच क्या संपर्क था और इनके मॉड्यूल में कितने और सदस्य सक्रिय हैं।सूत्रों के मुताबिक, यह मॉड्यूल सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को जोड़ने का काम कर रहा था और IED धमाकों की योजना बना चुका था।
पुलिस की सतर्कता से टला बड़ा हादसा
पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कई आतंकी साजिशों को नाकाम किया है।
यह हालिया मामला एक बार फिर साबित करता है कि आतंकी संगठन लगातार अपनी रणनीतियों को बदल रहे हैं और सोशल मीडिया के जरिए भारत में युवाओं को कट्टरपंथ की ओर मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।स्पेशल सेल की यह सफलता देश की सुरक्षा एजेंसियों के समन्वय और सतर्कता का परिणाम है।इस ऑपरेशन से राजधानी में एक बड़े आतंकी हमले को रोकने में पुलिस को जबरदस्त सफलता मिली है।