बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा चुनाव आयोग द्वारा आज कर दी गई है। इस चुनाव के माध्यम से राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर जनता अपने प्रतिनिधियों का चयन करेगी। इसमें 38 सीटें अनुसूचित जाति (SC) और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं। इस बार चुनाव दो चरणों में आयोजित होंगे ताकि चुनाव प्रक्रिया सुचारू और सुरक्षित हो।
चुनाव की तारीखें और चरण
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे।पहला चरण के चुनाव 6 नवंबर को और दूसरे चरण के चुनाव11 नवंबर 2025 को होंगे। जिसका परिणाम 14 नवंबर 2025 को घोषित किया जाएगा। पहले चरण में 121 सीटों पर चुनाव होंगे और दूसरे चरण में 122 सीटों पर चुनाव होंगे। पहले चरण के नामांकन भरने की तिथियां 10 अक्तूबर से 17 अक्तूबर 2025 है और वापिस लेने की 20 अक्तूबर 2025 है। दूसरे चरण की नामांकन भरने की तिथियां10 अक्तूबर से 20 अक्तूबर तक है और वापिस लेने की 23 अक्तूबर 2025 है।मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि इस बार चुनाव सबसे सुगम, सरल और पारदर्शी होंगे।
मतदाता जानकारी और आंकड़े
बिहार में कुल 7.42 करोड़ मतदाता हैं।जिसमे पुरुष मतदाताओं की संख्या 3.92 करोड़ है और महिला मतदाताओं की 3.5 करोड़ है।वरिष्ठ नागरिक मतदाता लगभग 4 लाख बताए जा रहे हैं। 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता 14000 हैं। पहली बार वोट डालने वाले युवा मतदाताओं की संख्या लगभग 14 लाख है जो पहली बार वोट डालेंगे।
मतदान केंद्र और बूथ जानकारी
वोटिंग के लिए कुल पोलिंग बूथ 90,712 बनाए गए हैं।जिसमें से ग्रामीण क्षेत्र: 76,801 और शहरी क्षेत्र: 13,911 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।जिसमे से महिला संचालित बूथ 1,044 बनाए गए हैं ।मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि सभी बूथों पर 100% वेबकास्टिंग की जाएगी, ताकि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो।
मतदाता सूची का शुद्धिकरण और नई व्यवस्थाएं
बिहार में लगभग 22 वर्षों के बाद मतदाता सूची का शुद्धिकरण किया गया। सभी राजनीतिक दलों ने बार-बार इस बात पर जोर दिया था कि मतदाता सूची में गड़बड़ियां हैं।
कुछ विशेष बातें
इस बार मतदाता अपने मोबाइल फोन को पोलिंग बूथ पर सुरक्षित रख सकते हैं और वोटिंग के बाद उसे वापस ले सकते हैं।इस बार EVM सिस्टम में सुधार किया गया है ।प्रत्याशियों की पहचान के लिए रंगीन फोटो EVM में सुधार किया गया है।इस बार चुनाव आयुक्त ने ECI NET एप्प को लांच किया है ।इस एप्प के जरिए मतदाता अपनी समस्याओं का समाधान ऑनलाइन और मोबाइल से कर सकते हैं।जिन मतदातओं के नाम और पता बदल गया है ,उन्हें 15 दिन के अंदर नया वोटर कार्ड मिलेगा।नामांकन से 10 दिन पहले तक मतदाता सूची में सुधार किया जा सकता है।मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 1.6 लाख बूथ लेवल एजेंट्स (BLOs) ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची की जांच की।
चुनाव सुरक्षा और चुनावी कर्मी
इस चुनाव में लगभग 8.5 लाख चुनावी कर्मी तैनात किए जाएगें।प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सामान्य पर्यवेक्षक (IAS) और पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त जाएगें।बूथ लेवल अधिकारी और जिला पुलिस बल को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।मतदान केंद्रों पर हेल्प डेस्क, रैंप, पानी और टॉयलेट की सुविधा मतदाताओं को दी जाएगी।मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी कहा कि बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता मतदान के दौरान आसानी से वोट डाल सकेंगे क्योंकि पोलिंग स्टेशन ग्राउंड फ्लोर पर होंगे।मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार ने देश को एक नई राह दिखाई है। इस बार चुनाव प्रक्रिया सभी मतदाताओं के लिए सुगम और पारदर्शी होगी।”
अन्य राज्यों में उपचुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव के साथ जम्मू कश्मीर, ओडिशा, झारखंड, मिजोरम, पंजाब, तेलंगाना और राजस्थान में भी उपचुनाव होंगे।जिसकी तारीख 11 नवंबर 2025 को होगी जिसकी मतगणना 14 नवंबर 2025 को होगी।
मुख्य संदेश मतदाताओं के लिए
अपने मतदाता कार्ड की जाँच अवश्य करें।अगर किसी मतदाता का नाम छूटा गया, तो समय रहते उसमें सुधार करवाएँ। बूथ पर आवश्यक दस्तावेज और मोबाइल लेकर जाएँ।बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की सहायता करें।मतदान में सक्रिय भागीदारी से लोकतंत्र मजबूत करे।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 इस बार तकनीकी सुधार, सुरक्षा और सुविधाओं के साथ संपन्न होंगे। सभी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करके राज्य का भविष्य तय करेंगे।7.42 करोड़ मतदाता, जिसमें 14 लाख युवा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे, इस चुनाव में बिहार की दिशा और राजनीतिक परिदृश्य तय करेंगे।