टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर: ‘वीर हनुमान’ के बाल कलाकार वीर शर्मा और भाई की आग में दम घुटने से मौत परिवार और फैंस शोकाकुल

टीवी इंडस्ट्री में उस समय हडकंप मच गया जब 10 साल के नन्हे कलाकार वीर शर्मा की मौत की खबर आई ।वीर और उनकी भाई शोर्य की दम घुटने से मौत हो गई।
वीर शर्मा पौराणिक धारावाहिक ‘वीर हनुमान’ में लक्ष्मण का किरदार निभाकर मशहूर हुए थे।

कैसे हुआ हादसा
राजस्थान के कोटा के अनंतपुरा में स्थित दीप श्री बहुमंजिला इमारत में शनिवार देर रात लगी भीषण आग में 10 वर्षीय टीवी एक्टर वीर शर्मा और उनके बड़े भाई, 15 वर्षीय शौर्य शर्मा की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि जब आग लगी तह दोनों भाई घर पर अकेले थे। उनकी माता मुंबई में थी और पिता पास ही में किसी भजन के कार्यक्रम में गए हुए थे।
पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार दोनो बच्चों की मौत घने धुएं के कारण दम घुटने से हुई। अपार्टमेंट से धुआं निकलता देख पड़ोसियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा और लड़कों को धर से बाहर निकाला।

टीवी एक्टर और भाई की मौत
बेहोशी की हालत में दोनों बच्चों को तुरंत पास के अस्पताल में ले जाया गया । लेकिन अस्पतार के डाक्टरों ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया। शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी होगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि , ‘ड्राइंग रूम पूरी तरह से जल गया और फ्लैट के बाकी जगह भी जलने के निशान पाए गए हैं।अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हादसा सार्ट सर्किट से हुआ है।

वीर शर्मा की मां हैं एक्ट्रेस
वीर और शौर्य की मां रीता शर्मा एक अभिनेत्री हैं, जबकि उनके पिता जितेंद्र शर्मा कोटा के एक निजी कोचिंग संस्थान में संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। इस घटना ने परिवार को पूरी तरह से तोड़ दिया है, और आसपास के लोग इस अचानक हुए नुकसान पर शोक जता रहे हैं।


सैफ अली खान के साथ करने वाले थे काम
वीर शर्मा एक प्रसिद्ध बाल कलाकार थे, जो भारतीय टेलीविजन शो में अपनी दमदार प्रेजेंस के लिए मशहूर थे। फेमस शो ‘वीर हनुमान’ में उनके रोल ने उन्हें टीवी के दर्शकों और इंडस्ट्री के लोगों के बीच पहचान दिलाई। रिपोर्ट के अनुसार, वीर को एक आगामी फिल्म में बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान के बचपन का किरदार निभाने के लिए भी चुना गया था, जिसके लिए उन्हें 2 अक्टूबर, 2025 को मुंबई लौटना था।
पिता ने दिखाई इंसानियत की मिसाल
जब वीर के माता-पिता को इस हादसे की खबर मिली, तो वे सदमे में आ गए। लेकिन गहरे दुख के बावजूद, वीर के पिता जितेंद्र शर्मा ने इंसानियत की एक मिसाल पेश की। उन्होंने अपने दोनों बेटों की आंखें दान करने का फैसला किया। उनका मानना है कि उनकी आंखों की रोशनी किसी दूसरे की जिंदगी में उजाला लेकर आएगी।

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