पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ जाँच में एक बार फिर हलचल मच गई है। रोपड़ के निलंबित DIG हरचरण सिंह भुल्लर को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के मामले में CBI की जांच ने एक बड़ा नेटवर्क उजागर किया है। CBI की जांच में अब तक 10 IPS और 4 IAS अधिकारियों के नाम सामने आए हैं, जिनके खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं।हरचरण सिंह भुल्लर के खिलाफ यह मामला तब सामने आया जब मंड़ी गोबिंदगड़ के स्क्रैप कारोबारी की शिकायत पर उन्हें रिश्वत लेते पकड़ा गया। इसके बाद CBI ने भुल्लर के ठिकानों से करीब 2 किलो सोना, 7.5 करोड़ रुपये कैश और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए थे। CBI ने भुल्लर के खिलाफ पांच दिन का रिमांड लिया गया और आज यह रिमांड समाप्त होने के बाद उन्हें CBI की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार, CBI भुल्लर के रिमांड को बढ़ाने की भी मांग कर सकती है।

पटियाला में प्रॉपर्टी डीलर भूपिंदर सिंह के ठिकानों पर रेड
CBI की जांच में भुल्लर और अन्य अफसरों के संपत्ति निवेश का नेटवर्क सामने आया है। इसके तहत पटियाला के प्रॉपर्टी डीलर भूपिंदर सिंह के ठिकानों पर मंगलवार को रेड की गई, जिसमें 20.5 लाख रुपये कैश, लैपटॉप, मोबाइल फोन और CCTV फुटेज वाली DVR समेत 50 से अधिक प्रॉपर्टी और वित्तीय दस्तावेज जब्त किए गए थे।जांच में यह भी पता चला कि भूपिंदर सिंह पंजाब के कई बड़े अधिकारियों के संपर्क में था और उनके काले धन को व्हाइट करने का काम करता था। इससे स्पष्ट हुआ कि न केवल भुल्लर ही नही बल्कि 10 IPS और 4 IAS अधिकारियों के पैसे भी प्रॉपर्टी डीलर के जरिए निवेश किए जा रहे थे।
DIG और बिचौलिया कृष्णू की आमने-सामने पूछताछ
CBI ने भुल्लर और रिश्वत लेते हुए पकड़े गए बिचौलिया कृष्णू शारदा को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। इस दौरान कई अहम खुलासे हुए। कृष्णू ने स्वीकार किया कि कई अफसरों ने प्रॉपर्टी डीलर के जरिए निवेश किया और काले धन को सफेद करने के लिए उसके साथ मिलकर काम किया।इसके अलावा CBI ने भुल्लर के परिजनों से भी पूछताछ की और उनकी जायदाद की भी जांच की गई।अब भुल्लर से भी वही सवाल पूछे जाएंगे, जो पहले कृष्णू और परिजनों से पूछे गए थे। अगर तीनों के बयान में कोई विरोधाभास पाया जाता है, तो इसे अदालत में पेश किया जाएगा।

न्यायिक अधिकारियों से सांठगांठ के संकेत
जांच में यह भी सामने आया कि भुल्लर और बिचौलिया कृष्णू अदालतों के फैसलों को प्रभावित करने के लिए न्यायिक अधिकारियों के संपर्क में थे। CBI ने चंडीगढ़ और मोहाली के दो न्यायिक अधिकारियों की पहचान की है, जो भुल्लर और कृष्णू के फॉरेन टूर और अन्य लाभों के संपर्क में थे। जांच में इनके विदेश टूर के सबूत भी सामने आए हैं।CBI अब भूपिंदर सिंह के सभी बैंक अकाउंट और आयकर रिटर्न की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किन-किन अधिकारियों के संपर्क में था और कितनी बार बातचीत हुई। इसके बाद CBI प्रॉपर्टी डीलर को अरेस्ट कर सकती है और उन 14 अधिकारियों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुला सकती है।
पंजाब की ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप
भुल्लर के मामले में खुलासों ने पंजाब की प्रशासनिक मशीनरी में हलचल मचा दी है। अब तक की जांच में यह साफ हो गया है कि भुल्लर और अन्य बड़े अफसर प्रॉपर्टी डीलरों के जरिए काले धन को सफेद कर रहे थे और अदालतों के फैसलों में प्रभाव डालने की कोशिश कर रहे थे।CBI ने भुल्लर और कृष्णू को अलग-अलग रखा है और दोनों से अलग-अलग पूछताछ कर क्रॉस-वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इसके अलावा CBI पटियाला और लुधियाना के प्रॉपर्टी डीलरों के ठिकानों पर मिली जानकारी को अदालत में पेश करने की तैयारी में है।

इस मामले में आने वाले हफ्तों में और बड़े खुलासे होने की संभावना है, और यह जांच पंजाब में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के नेटवर्क को उजागर कर सकती है।










