निलंबित DIG हरचरण सिंह भुल्लर की बढ़ी मुश्किलें CBI ने दर्ज की आय से अधिक संपत्ति की FIR, घर से बरामद हुए करोडो के नकद,गहने और लग्जरी घड़ियां

पंजाब पुलिस के निलंबित DIG (रोपड़ रेंज) हरचरण सिंह भुल्लर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। रिश्वतखोरी के मामले में पहले से जेल में बंद भुल्लर के खिलाफ अब CBI ने आय से अधिक संपत्ति का नया मामला दर्ज किया है।यह केस बुधवार को CBI इंस्पेक्टर सोनल मिश्रा की शिकायत पर दर्ज हुआ, और जांच की जिम्मेदारी CBI अधिकारी कुलदीप सिंह को सौंपी गई है।

16 अक्टूबर को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था CBI ने

2009 बैच के IPS अधिकारी हरचरण सिंह भुल्लर को 16 अक्टूबर 2025 को चंडीगढ़ में उनके कार्यालय से रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था।शिकायतकर्ता आकाश बत्ता जोकि फतेहगढ़ साहिब का स्क्रैप कारोबारी है। आकाश ने आरोप लगाया था कि भुल्लर ने उसके खिलाफ दर्ज 2023 की FIR को “सेटल” करने के लिए 8 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।CBI ने भुल्लर के साथ बिचौलिए कृष्णु शारदा को भी गिरफ्तार किया था। इसके बाद पंजाब सरकार ने 18 अक्टूबर को भुल्लर को निलंबित कर दिया था।

7.36 करोड़ नकद और 2.32 करोड़ के आभूषण बरामद

गिरफ्तारी के बाद CBI ने 16 और 17 अक्टूबर को भुल्लर के चंडीगढ़, मोहाली और अन्य स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।इन तलाशी कार्रवाइयों में CBI को चौंकाने वाली संपत्ति मिली।CBI के अनुसार ₹7.36 करोड़ नकद बरामद किए गए और 2.32 करोड़ रुपए के सोने-चांदी के गहने ,26 ब्रांडेड लग्जरी घड़ियाँ व 5 महंगी गाड़ियाँ — मर्सिडीज, ऑडी, फॉर्च्यूनर, इनोवा और 100 लीटर शराब (108 बोतलें), हथियार और 50 से अधिक संपत्ति दस्तावेज भी जब्त किए गए।

 

 

150 एकड़ कृषि भूमि और कई फ्लैट्स

CBI की FIR में दर्ज है कि भुल्लर और उनके परिवार  पत्नी तेजिंदर कौर भुल्लर, बेटे गुरप्रताप सिंह भुल्लर और बेटी तेजकिरण कौर भुल्लर के नाम पर मोहाली, होशियारपुर और लुधियाना में 150 एकड़ कृषि भूमि, चंडीगढ़ सेक्टर 40-बी (मकान नंबर 1489) और सेक्टर 39 (फ्लैट नंबर 1014) समेतकई व्यावसायिक संपत्तियां मिली हैं।इसके अलावा परिवार के नाम पर 5 बैंक खाते और 2 फिक्स्ड डिपॉजिट में 2.95 करोड़ रुपए का बैलेंस भी पाया गया।

घोषित आय सिर्फ 45.95 लाख, पर संपत्ति करोड़ों में

CBI के मुताबिक, भुल्लर ने आंकलन वर्ष 2025-26 के लिए दाखिल आयकर रिटर्न में कुल आय 45.95 लाख रुपए बताई थी।कर चुकाने के बाद उनकी शुद्ध वार्षिक आय लगभग 32 लाख रुपए थी।लेकिन उनके पास सात करोड़ से अधिक नकदी और संपत्ति मिली, जो उनकी ज्ञात आय से कई गुना अधिक है।ब्यूरो का कहना है कि यह भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)(ख) और 13(2) के तहत एक स्पष्ट मामला है। यानि उन्होंने “अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध रूप से खुद को आर्थिक रूप से लाभान्वित किया।”

बिचौलिए कृष्णु शारदा का 9 दिन का रिमांड

CBI ने बुधवार को बिचौलिए कृष्णु शारदा को चंडीगढ़ की विशेष अदालत में पेश किया।CBI ने उसका 12 दिन का रिमांड मांगा, हालांकि अदालत ने 9 दिन का रिमांड मंजूर किया।CBI ने अदालत को बताया कि कृष्णु के फोन से 100 जीबी डेटा बरामद हुआ है।जिसमें कई अफसरों के साथ व्हाट्सएप चैट्स मिली हैं, एक डायरी भी मिली है जिसमें “कई बड़े अफसरों” के नाम दर्ज हैं।

31 अक्टूबर को भुल्लर की न्यायिक हिरासत खत्म

भुल्लर इस वक्त चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल में बंद हैं।उनकी न्यायिक हिरासत 31 अक्टूबर को समाप्त हो रही है।CBI अब उन्हें फिर से रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है।सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी इस पूरे मामले की आर्थिक जांच शुरू कर सकता है, ताकि मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू की पड़ताल की जा सके।

कई अफसरों के नाम आ सकते हैं सामने

CBI के अनुसार, जांच अब भुल्लर के परिवार और उनके संपर्कों तक बढ़ाई जा रही है।CBI का मानना है कि कुछ अन्य अज्ञात व्यक्तियों की भूमिका भी रही हो सकती है, जिन्होंने भुल्लर को अवैध संपत्ति जुटाने में मदद की।जांच एजेंसी ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में कई और अफसरों या सहयोगियों से पूछताछ की जा सकती है।

पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई सबसे हाई-प्रोफाइल केसों में से एक मानी जा रही है।CBI की प्रारंभिक जांच में सामने आए नकद, आभूषण, गाड़ियाँ और जमीन ने सिस्टम को हिला दिया है।अब सबकी निगाहें 31 अक्टूबर को होने वाली भुल्लर की अगली पेशी और संभावित ईडी जांच पर टिकी हैं।

 

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