बीती रात 11 बजे मंत्री अनिल विज ने अपने एक्स अकाउंट में बदलाव करते हुए मिनिस्टर की जगह अनिल विज अंबाला कैंट हरियाणा इंडिया लिख दिया था। जिसके बाद से कई तरीके की चर्चाएं चल पड़ी थी, तो वहीं इस पर अनिल विज की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि कहा कि ये बहुत साधारण सी बात है, मै अपनी व्यूअरशिप और फॉलोवर्स अपने आप पर बनाना चाहता हु। विज बोले उनकी जो फॉलोवरशिप है वो ऑर्गेनिक होनी चाहिए जो भी उन्हें फॉलो करे वो पद नहीं बल्कि अनिल विज के रूप में होनी चाहिए। वे तब से फेसबुक और X चला रहे है जब से मंत्री नहीं था सिर्फ वही लोग रहे जो अनिल विज के साथ है । अगर कोई मेरा फालोअर्स बनना चाहता है तो अनिल विज की वजह से बने।
अनिल विज ने सरकार से किसी तरह की नाराजगी से भी इनकार किया। हालांकि कुछ दिन पहले अंबाला कैंट में पैरलल भाजपा चलाने वालों के बारे में उन्होंने फिर कोई जवाब नहीं दिया। अनिल विज के इस कदम से संकेत मिल रहे हैं कि अब वे पद के बजाय व्यक्तिगत तौर पर खुद को अंबाला कैंट में मजबूत रखने की कोशिश कर रहे हैं।
स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम की लिस्ट में नहीं था विज का नाम
स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कार्यक्रमों की सूची में भी विज का नाम शामिल नहीं किया गया था। उन्हें अंबाला में राज्यपाल के साथ लगाया गया था। जब यह मामला तूल पकड़ने लगा तो बाद में लिस्ट में संशोधन किया गया था।
सदन में जासूसी का आरोप भी लगाया
हरियाणा सदन में जासूसी का आरोप लगाकर भी विज ने राजनीतिक हलचल मचा दी थी। विपक्ष ने इसे हवा देते हुए सरकार पर तीखे वार किए थे और विज की नाराजगी को अंदरूनी असहमति का सबूत बताया।मंत्री अनिल विज अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र से लंबे समय से विधायक रहे हैं और भाजपा के दिग्गज नेताओं में गिने जाते हैं। लिहाजा उनके द्वारा दिया गया कोई भी बयान हो या फिर उनके द्वारा उठाया गया कोई भी कदम हो वो चर्चाओं का कारण जरूर बन जाता है।