RAJSTHAN: जैसलमेर बस हादसे में हुआ बड़ा खुलासा: नॉन-एसी बस को अवैध रूप से बनाया गया था AC, RTO के दो अधिकारी सस्पेंड़

राजस्थान के जैसलमेर में हुए भीषण बस अग्निकांड की जांच में बड़ा खुलासा सामने आया है। हादसे में शामिल बस मूल रूप से नॉन-एसी थी, जिसे अवैध रूप से AC बस में मॉडिफाई किया गया था। परिवहन विभाग की जांच में गंभीर लापरवाही सामने आई है। सरकार ने चित्तौड़गढ़ परिवहन विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है, वहीं एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने भ्रष्टाचार की जांच शुरू कर दी है।

कैसे हुआ हादसा

मंगलवार दोपहर जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक प्राइवेट AC स्लीपर बस में अचानक आग लग गई। हादसा इतना भयानक था कि 21 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई यात्री झुलस गए। बुधवार को इलाज के दौरान 10 वर्षीय यूनुस ने भी दम तोड़ दिया।मृतकों के शव इतनी बुरी तरह जल गए कि  DNA टेस्ट से उनकी पहचान की जा रही है।

नॉन-एसी बस को अवैध रूप से बनाया गया AC

जांच रिपोर्ट के मुताबिक, हादसे में शामिल बस मूल रूप से नॉन-एसी थी। बस मालिक ने तीन महीने पहले इसे AC बस में मॉडिफाई कराया, लेकिन दस्तावेजों में इसे नॉन-एसी ही दिखाया गया।बस का रजिस्ट्रेशन चित्तौड़गढ़ परिवहन कार्यालय में हुआ था और इसे 1 अक्तूबर को सड़क पर उतारा गया था। सिर्फ 14 दिन बाद, 14 अक्टूबर को यह बस हादसे का शिकार हो गई।

दो अधिकारी सस्पेंड, ACB जांच शुरू

राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए कार्यवाहक डीटीओ सुरेंद्र सिंह और सहायक प्रशासनिक अधिकारी चुन्नीलाल को निलंबित कर दिया है।माना जा रहा है कि इस प्रकरण में और भी अधिकारी शामिल हो सकते हैं। अब ACB पूरे प्रकरण की जांच करेगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किस स्तर पर लापरवाही और भ्रष्टाचार हुआ है।

कलेक्टर ने की जांच

चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बुधवार को प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय पहुंचकर सभी दस्तावेजों की जांच की।अधिकारियों ने बताया कि बस का पंजीयन नॉन-एसी श्रेणी में हुआ था, लेकिन मालिक ने बाद में नियमों के विपरीत जाकर एसी फिटिंग करवा ली थी।

ड्राइवर सवारियों को छोड़कर भागा

हादसे के वक्त बस के ड्राइवर ने यात्रियों को जलती बस में छोड़ सीट से कूदकर भाग गया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि AC का कंप्रेसर फटने और शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी।बस में केवल एक ही दरवाजा था, जिससे यात्री बाहर नहीं निकल पाए।स्थानीय लोगों का कहना है कि बस की डिग्गी में पटाखे रखे थे, जिससे आग तेजी से फैली।

बस मालिक के खिलाफ हुई FIR दर्ज

हादसे में मारे गए पत्रकार राजेंद्र चौहान के भाई ने बस मालिक और ड्राइवर के खिलाफ जैसलमेर सदर थाने में केस दर्ज कराया है।जोधपुर और जैसलमेर के अस्पतालों में मृतकों की पहचान के लिए DNA सैंपलिंग की जा रही है।

सरकार ने सभी बसों की जांच के आदेश दिए

इस हादसे के बाद राज्य सरकार ने सभी पंजीकृत बसों की जांच के निर्देश जारी किए हैं।साथ ही परिवहन विभाग में फिटनेस जांच प्रक्रिया में सुधार लाने की बात कही गई है

 

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