ANDHRA PRADESH: कोनासीमा में पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 6 लोगों की मौत और कईं लोग घायल, धुएं का गुबार छाया पूरे इलाके में मुख्यमंत्री नायडू ने जताया शोक

आंध्र प्रदेश के कोनासीमा जिले के रायवरम मंडल में बुधवार को एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। हादसे में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 7 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए अनापर्थी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।

फैक्ट्री में धमाकों से मचा हड़कंप

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग लगते ही फैक्ट्री तेज लपटों और धमाकों से भर गई। धुएं का घना गुबार पूरे इलाके में फैल गया और आसपास अफरातफरी मच गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में फैक्ट्री को आग की चपेट में पूरी तरह से घिरा हुआ देखा जा सकता है। फैक्ट्री से उठते हुए धुएं के गुबार ने आस-पास के क्षेत्र को धुंधला कर दिया था। इस बीच लगातार धमाके हो रहे थे, जिनकी आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी।

पुलिस का दावा: लापरवाही से हुआ हादसा

प्रारंभिक जांच में पुलिस ने संकेत दिया है कि हादसा सुरक्षा नियमों की अनदेखी और शॉर्ट सर्किट के चलते हुआ। फैक्ट्री में पटाखों का भंडारण असुरक्षित तरीके से किया जा रहा था और आपातकालीन निकास मार्ग भी सीमित था।

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जताया दुख

मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया। नायडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा:
इस दुर्घटना में कई लोगों की जान जाने की खबर से गहरा दुख हुआ है। मैंने अधिकारियों से तत्काल राहत कार्य और घायलों को उचित चिकित्सा उपलब्ध कराने को कहा है।”अधिकारियों को घटनास्थल पर जाकर राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।”

राहत और बचाव कार्य जारी

दमकल विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए कई घंटों तक मशक्कत की। पुलिस ने फैक्ट्री के आसपास सुरक्षा घेरा बना लिया है और मृतकों के शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। वहीं, फैक्ट्री मालिकों से भी हादसे को लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने क्षेत्र को घेरकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है और फैक्ट्री मालिकों से भी मामले की जानकारी ली जा रही है।

पटाखा उद्योग में सुरक्षा की जरूरत

यह हादसा एक बार फिर पटाखा उद्योग में सुरक्षा की गंभीर खामियों को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बारूद और पटाखों के उत्पादन में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को टाला जा सके। प्रशासन को चाहिए कि वह इस घटना की गहन जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाए और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।

 

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