भारत के नाम एक और बड़ी उपलब्धि ,पहली बार ट्रेन से दागी मिसाइल ,अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण

भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज करते हुए रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर से अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया है और सबसे बड़ी बात तो ये है कि इस मिसाल को धरती से लांच नहीं किया गया बल्कि इसका परीक्षण तो ट्रेन से किया गया है।  इसके साथ ही भारत चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जिनके पास रेल बेस्ड मिसाइल लॉन्चर सिस्टम है।

देश में पहली बार रेल से अग्नि प्राइम मिसाइल को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है।अग्नि प्राइम, अग्नि कैटेगरी की मिसाइलों का एक परमाणु-सक्षम, नई पीढ़ी का एडवांस एडिशन है। यह दो स्टेप वाली कैनिस्टर मिसाइल है। इसकी अधिकतम मारक क्षमता 1,000 से 2,000 किलोमीटर है। यह अग्नि सीरीज की सभी पिछली मिसाइलों से हल्की है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी DRDO ने अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. भारत के पास अग्नि-1 से लेकर अग्नि- 5 तक की भी मिसाइलें मौजूद हैं। अग्नि-1 से अग्नि-4 तक, मिसाइलों की रेंज 700 किमी से लेकर 3,500 किमी तक है। वहीं, अग्नि-5 की रेंज 5000 किलोमीटर तक की है। इसकी जद में चीन का सुदूर उत्तर क्षेत्र और यूरोप के कुछ क्षेत्र सहित एशिया आता है।

आने वाले समय में भारत  ट्रेन से भी मिसाइल दाग पाएगा।  इस सफल उड़ान परीक्षण ने भारत को उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल कर दिया है जिनके पास मोबाइल रेल नेटवर्क से कैनिस्टराइज्ड लॉन्च सिस्टम विकसित करने की क्षमता है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने आधिकारिक X हैंडल से इस मिसाइल टेस्ट के बारे में जानकारी दी है और परीक्षण का वीडियो भी शेयर किया है।रक्षा मंत्री ने लिखा भारत ने रेल-आधारित मोबाइल लॉन्चर प्रणाली से मध्यम दूरी की अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। अगली पीढ़ी की यह मिसाइल 2000 किलोमीटर तक की मारक क्षमता के लिए डिजाइन की गई है। साथ ही ये कई एडवांस खूबियों से लैस है। डिफेंस एक्सपर्ट्स का मानना है रेल आधारित मोबाइल लांचर सिस्टम देश की सामरिक रक्षा क्षमताओं में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगी।

विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर से किया गया अपनी तरह का पहला लांच, बिना किसी पूर्व शर्त के रेल नेटवर्क पर चलने की क्षमता रखता है, जिससे उपयोगकर्ता को देश भर में गतिशीलता प्राप्त होती है।

क्यों अग्नि-प्राइम को माना जा रहा है नई पीढ़ी की मिसाइल

अग्नि-प्राइम मिसाइल, अग्नि सीरीज की छठी मिसाइल है. यह इंटरमीडिएट रेंज मिसाइल 2000 किलोमीटर तक मार करने की क्षमता रखती है। इसमें अत्याधुनिक नेविगेशन, गाइडेंस और प्रोपल्शन सिस्टम लगाए गए हैं। मिसाइल को सेना की ज़रूरतों के हिसाब से डिजाइन किया गया है और इसे जल्द ही रणनीतिक बलों में शामिल करने की तैयारी है।

PM मोदी ने दी बधाई

DRDO, स्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड (SFC) और भारतीय सेनाओं ने मिलकर यह परीक्षण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता आत्मनिर्भर भारत अभियान की बड़ी उपलब्धि है। PM ने इसे भारत को वैश्विक स्तर पर नई पहचान देने वाला कदम बताया।

 

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