सीतापुर जिले के अटरिया क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। उत्तराखंड से मरीज को लेकर बनारस जा रही निजी एंबुलेंस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे चार लोगों की मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।हादसा हिंद अस्पताल के पास नेशनल हाईवे पर हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार, एंबुलेंस तेज गति से चल रही थी और अचानक चालक का नियंत्रण खोने के कारण पलट गई।हादसे में मरने वालों में तीन एंबुलेंस सवार और सड़क किनारे खड़ी एक अज्ञात महिला शामिल हैं। मृतकों की सूची इस प्रकार है:
- विशाल पांडेय (40) – देहरादून निवासी मरीज, कमर में गंभीर चोट का इलाज कराने बनारस जा रहे थे।
- हिंद गेट के सामने खड़ी अज्ञात महिला – करीब 40 वर्ष।
- एंबुलेंस सवार एक व्यक्ति – नाम अज्ञात, करीब 45 वर्ष।
- गुरमीत (23) – एंबुलेंस चालक, हरिद्वार निवासी।
थानाध्यक्ष उमाकांत शुक्ला ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है और पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपा जाएगा।
हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं:
- दिव्यांशु पांडेय (42) – मरीज विशाल पांडेय के भाई, कैमूर, बिहार निवासी।
- 12 वर्षीय बच्ची – सड़क किनारे खड़ी महिला के साथ घायल हुई, वर्तमान में हिंद अस्पताल में इलाज चल रहा है स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्ची की हालत नाजुक है और चिकित्सकों द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है।
स्थानीय निवासियों और पुलिस सूत्रों के अनुसार:
- एंबुलेंस सुबह के समय बनारस के लिए रवाना हुई थी।
- सड़क पर हल्की भीड़ और अन्य वाहनों की उपस्थिति के कारण चालक को नियंत्रण खोने का खतरा अधिक था।
- हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
- एंबुलेंस पलटने के कारण सड़क पर काफी देर तक जाम भी लगा रहा।
ड्राइवर की ट्रैफिक नियम पालन की स्थिति पर भी ध्यान दिया जाएगा।स्थानीय लोग और राहगीर हादसे के बाद एंबुलेंस सेवा की सुरक्षा और लंबी दूरी पर मरीजों को ले जाने के नियमों पर सवाल उठा रहे हैं।कुछ लोगों का कहना है कि निजी एंबुलेंस में सुरक्षा और ड्राइवर की प्रशिक्षित क्षमता को लेकर नियमों का पालन नहीं किया गया।सड़क किनारे खड़े लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित नहीं की गई थी।यह हादसा सड़क सुरक्षा और लंबी दूरी पर मेडिकल ट्रांसपोर्ट के मानकों पर गंभीर सवाल उठाता है।सीतापुर का यह हादसा स्वास्थ्य सेवाओं और सड़क सुरक्षा की गंभीरता को उजागर करता है। लंबी दूरी पर मरीजों को निजी एंबुलेंस से ले जाने में ड्राइवर की प्रशिक्षित क्षमता, वाहन की स्थिति और सड़क किनारे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।पुलिस हादसे की जांच कर रही है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा और हर संभव मदद उपलब्ध कराने की बात कही गई है।
