लगभग पांच साल बाद दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला फिर से सुर्खियों में है। अभिनेता के परिवार के वकील वरुण सिंह ने CBI की क्लोजर रिपोर्ट पर गंभीर सवाल उठाए हैं और इसे अधूरी बताया है
- CBI की क्लोजर रिपोर्ट:
मार्च 2025 में सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट दायर की थी। रिपोर्ट में रिया चक्रवर्ती और अन्य आरोपियों को क्लीन चिट दी गई थी। एजेंसी ने कहा कि कोई ठोस सबूत नहीं है कि सुशांत को बंधक बनाया गया, धमकाया गया या किसी आपराधिक कृत्य के अधीन रखा गया। - परिवार की प्रतिक्रिया:
वकील वरुण सिंह ने एएनआई को बताया कि रिपोर्ट अधूरी है क्योंकि कई अहम दस्तावेज साझा नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि पटना कोर्ट ने सीबीआई को छह अदालती आदेश दिए थे, जिसमें निर्देश था कि सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज पेश किए जाएं। - कानूनी चुनौती में बाधा:
वरुण सिंह ने बताया कि विरोध याचिका दायर करने के लिए सभी दस्तावेज उपलब्ध होना जरूरी है। बिना संलग्न दस्तावेजों के उनके लिए रिपोर्ट को चुनौती देना असंभव है। उन्होंने कहा कि सीबीआई की भाषा से यह स्पष्ट होता है कि निष्कर्ष निर्णायक नहीं हैं। - निष्कर्ष में अनिश्चितता:
रिपोर्ट में उल्लेख है कि “आत्महत्या की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।” वकील ने सवाल उठाया कि अगर एजेंसी यह तय नहीं कर पाई कि यह आत्महत्या थी, हत्या के लिए उकसाना था या हत्या, तो क्या मामला बंद करना सही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सच्चाई को निर्णायक रूप से स्थापित करना सीबीआई का कर्तव्य है।
