अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच जारी तनाव ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है। अमेरिकी सेना ने कैरिबियाई सागर में एक और नाव पर हमला किया है, जिसे ड्रग तस्करी के शक में निशाना बनाया गया। इस हमले में नाव पूरी तरह नष्ट हो गई, हालांकि नाव पर सवार लोग बच गए। यह हमला अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच बढ़ते सैन्य और कूटनीतिक संकट का हिस्सा है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चिंता की लहर दौड़ गई है।
अमेरिका की कार्रवाई
अमेरिकी पेंटागन ने इस हमले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। हालांकि, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मानते हैं कि वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो अवैध तरीके से सत्ता चला रहे हैं और उनके पास देश की जनता का वास्तविक समर्थन नहीं है। इसी आधार पर ट्रंप प्रशासन ने वेनेज़ुएला के साथ किसी भी तरह की वार्ता पर रोक लगा दी है।कैरिबियन सागर में अमेरिकी नौसेना, मरीन कोर और परमाणु पनडुब्बियां तैनात कर दी गई हैं। इसके जवाब में वेनेज़ुएला ने भी अपनी नौसेना को सतर्कता के साथ तैनात किया है।
वेनेज़ुएला का कड़ा विरोध
वेनेज़ुएला ने अमेरिका के इस हमले को अवैध करार देते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शिकायत दर्ज कराई है। वेनेज़ुएला के राजदूत सैमुएल मोंकाडा ने अमेरिका की कार्रवाइयों को अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और वेनेज़ुएला की संप्रभुता की रक्षा की अपील की।इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति मादुरो ‘अवैध राष्ट्रपति’ हैं और उनका प्रशासन देश की जनता के समर्थन के बिना काम कर रहा है।
सितंबर-अक्तूबर में लगातार अमेरिकी हमले
2 सितंबर 2025 से अब तक, अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। अमेरिकी सेना ने सितंबर-अक्तूबर के बीच वेनेज़ुएला की नावों पर पांच बड़े हमले किए हैं। वेनेज़ुएला का दावा है कि इन हमलों में कम से कम 27 लोग मारे गए, जबकि अमेरिका का कहना है कि जिन नावों पर हमला किया गया, वे ड्रग तस्करी में लिप्त थीं।अमेरिकी रक्षा विभाग ने मारे गए लोगों को ‘नार्को-टेररिस्ट’ करार दिया है।
ट्रंप प्रशासन का सीक्रेट मिशन
राष्ट्रपति ट्रंप ने वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति मादुरो को सत्ता से हटाने के लिए CIA को एक गुप्त मिशन संचालित करने का आदेश दिया है। इस मिशन को “क्लासिफाइड” बताया गया है और विशेषज्ञों का कहना है कि इससे मादुरो की जान को गंभीर खतरा हो सकता है।वहीं, अमेरिकी प्रशासन अब वेनेज़ुएला पर संभावित जमीनी हमले की भी तैयारी कर रहा है। अमेरिकी सैन्य सामर्थ्य में निर्देशित मिसाइल विध्वंसक, F-35 लड़ाकू विमान, परमाणु पनडुब्बी और लगभग 6,500 सैनिक शामिल हैं।
अमेरिका-हमास विवाद
उसी समय, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी है कि अगर गाजा में हिंसा और नरसंहार नहीं रुका तो अमेरिका सीधे सैन्य कार्रवाई करने को मजबूर होगा। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका का कोई विकल्प नहीं बचेगा और यदि आवश्यक हुआ तो सेना सीधे हस्तक्षेप करेगी।
अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। कैरिबियाई सागर में अमेरिकी सैन्य हमले, CIA के गुप्त मिशन और संभावित जमीनी कार्रवाई ने इस तनाव को और बढ़ा दिया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अब इस संकट पर नज़र बनाए हुए है, जबकि संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापित करने की अपील कर रहा है।