फिलीपींस के दक्षिणी हिस्से मिंडानाओ द्वीप के तट पर शुक्रवार सुबह भीषण भूकंप आया है। इसकी तीव्रता शुरुआत में 7.4 बताई गई थी, लेकिन बाद में इसे 7.6 दर्ज किया गया। भूकंप के बाद सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया है और अगले दो घंटे के भीतर विनाशकारी लहरों के उठने की आशंका जताई गई है।बताया गया जा रहा है कि सुनामी लहरों की ऊंचाई एक मीटर से ज्यादा हो सकती है।
भूकंप का केंद्र
फिलीपींस इंस्टीट्यूट ऑफ वोल्केनोलॉजी एंड सीस्मोलॉजी (PHIVOLCS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र दावाओ ओरिएंटल प्रांत के मनय शहर से 62 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में समुद्र के भीतर था। इसकी गहराई महज 10 किलोमीटर थी, जिससे झटके और ज्यादा तेज महसूस किए गए।
लगातार झटके, दहशत में लोग
भूकंप के बाद आधे घंटे में ही कई आफ्टरशॉक्स महसूस किए गए हैं। इनमें से एक की तीव्रता 5.9 और दूसरी की 5.6 मापी गई। फिलीपींस की भूकंप विज्ञान एजेंसी (PHIVOLCS) ने चेतावनी दी है कि आगे भी तेज झटके आ सकते हैं।सबसे अधिक असर दावाओ सिटी में देखा गया है, जहां अस्पतालों, स्कूलों और सड़कों पर भगदड़ जैसी स्थिति बनी। सोशल मीडिया पर भूकंप से जुड़े कई वीडियो सामने आए हैं। यह शहर मिंडानाओ द्वीप के दावाओ डेल सुर प्रांत का हिस्सा है। मिंडानाओ द्वीप समूह में कुल 27 प्रांत है।
राष्ट्रपति का आदेश – तटीय क्षेत्रों को खाली करें
फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने मध्य और दक्षिणी तटीय इलाकों को तत्काल खाली करने का आदेश दिया है। उन्होंने प्रभावित इलाकों के सभी लोगों से आग्रह किया है कि वे ऊंचे स्थानों पर चले जाएं तथा तट से दूर रहें, जब तक कि अधिकारी इसे सुरक्षित घोषित न कर दें।
उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा:
“हम यह सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं कि मदद हर उस व्यक्ति तक पहुंचे जिसे इसकी आवश्यकता है। सभी लोग ऊंचाई पर जाएं और तट से दूर रहें, जब तक कि अधिकारी इसे सुरक्षित घोषित न कर दें।”
इंडोनेशिया में दर्ज हुई हल्की सुनामी
भूकंप का असर पड़ोसी देश इंडोनेशिया तक भी पहुंचा। वहां तटीय इलाकों में लगभग 17 सेंटीमीटर (c इंच) ऊंची लहरें दर्ज की गईं। इंडोनेशिया की सुनामी एजेंसी ने इसे “माइनर सुनामी” बताया है, क्योंकि इसकी ऊंचाई 0.5 मीटर से कम रही।
समुद्र का पानी पीछे हटना – खतरे का संकेत
फिलीपींस के कई तटीय इलाकों में समुद्र का पानी तट से पीछे हटने लगा है। विशेषज्ञों के अनुसार यह सुनामी आने का सबसे बड़ा संकेत होता है। एजेंसी ने चेतावनी दी है कि लहरों की ऊंचाई एक मीटर से अधिक हो सकती है और तटीय इलाकों में भारी नुकसान पहुंचा सकती है।
हाल के दिनों में बार-बार भूकंप
फिलीपींस प्रशांत महासागर के “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है, जहां दुनिया के लगभग 90% भूकंप आते हैं।30 सितंबर 2025 को सेबू प्रांत में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें कम से कमं 70 से ज्यादा लोगों की मौत और हजारों लोग बेघर हुए थे।9 अक्टूबर 2025 को ला यूनियन प्रांत में 4.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसके चलते स्कूलों को खाली कराना पड़ा।
दहशत में लोग
पिछले दो हफ्तों में लगातार भूकंप आने से लोग दहशत में हैं। अस्पतालों और स्कूलों को खाली कराया जा रहा है। कई जगहों पर लोग ऊंचे स्थानों की ओर भागते दिखे।
क्यों आते हैं भूकंप?
गौरतलब है कि पृथ्वी की चार प्रमुख परतें हैं, जिसे इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहते हैं। धरती की सतह के नीचे मौजूद टेक्टोनिक प्लेट्स लगातार गतिशील रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती या खिसकती हैं, तो सतह पर झटके महसूस होते हैं। अगर प्लेट्स समुद्र के भीतर हिलती हैं, तो उनके दबाव से सुनामी पैदा होती है।
फिलीपींस सरकार और एजेंसियां लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। हालांकि अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है, लेकिन सुनामी का खतरा बरकरार है। लोगों को बार-बार अलर्ट किया जा रहा है कि वे तटीय क्षेत्रों से दूर रहें और ऊंचे स्थानों पर शरण लें