रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की होने वाली अहम बैठक से ठीक पहले रूस ने यूक्रेन पर भीषण ड्रोन और मिसाइल हमला किया। इस हमले के बाद देश के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई और घना अंधेरा छा गया
ऊर्जा संयंत्रों पर रूस का हमला
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूस ने बीती रात यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों पर सैकड़ों ड्रोन और दर्जनों मिसाइलों से हमला किया।हमलों के कारण आठ यूक्रेनी क्षेत्रों में बिजली काटनी पड़ी।
यूक्रेन की राष्ट्रीय ऊर्जा संचालक कंपनी यूक्रेनेर्गो (Ukrenergo) ने बताया कि राजधानी कीव समेत कई इलाकों में बिजली गुल रही।
निजी ऊर्जा कंपनी डीटीईके (DTEK) ने कहा कि हमलों की वजह से उसे पोल्टावा क्षेत्र में गैस उत्पादन बंद करना पड़ा है।
ट्रंप-जेलेंस्की की अहम बैठक से पहले तनाव
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में एक अहम वार्ता होने वाली है।
इस बैठक में जेलेंस्की अमेरिका से अधिक वायु रक्षा प्रणाली (Air Defense System) और लॉन्ग-रेंज टॉमहॉक मिसाइलें देने की मांग कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यूक्रेनी राष्ट्रपति रूस पर और सख्त अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की भी अपील करेंगे।
जेलेंस्की का बयान
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर क्लस्टर हथियारों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि रूस ने रातभर में 300 से अधिक ड्रोन और 37 मिसाइलें दागीं।
जेलेंस्की ने बताया कि रूस जानबूझकर ऊर्जा ढांचे और मरम्मत कर्मियों को निशाना बना रहा है।
उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा —
“इस मौसम में रूस हर दिन हमारे ऊर्जा ढांचे पर हमला कर रहा है।”
स्थिति गंभीर, नागरिकों में भय का माहौल
हमले के बाद यूक्रेन के कई हिस्सों में बिजली और गैस सप्लाई ठप हो गई है।
नागरिकों में भय और असुरक्षा का माहौल है।
राहत टीमें लगातार ग्रिड की मरम्मत और आपूर्ति बहाली में जुटी हुई हैं।रूस का यह ताजा हमला स्पष्ट करता है कि यूक्रेन युद्ध अभी खत्म होने से बहुत दूर है।
ट्रंप और जेलेंस्की की बैठक से पहले हुआ यह हमला दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।
अब पूरी दुनिया की निगाहें इस वार्ता पर हैं कि क्या इससे यूक्रेन संकट का कोई नया रास्ता निकल पाएगा।