भारत-अमेरिका ट्रेड डील की वापसी ,टैरिफ का तनाव खत्म, रिश्ते हुए फिर मजबूत

डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति ने भारत-अमेरिका के रिश्तों में एक वक्त दरार पैदा कर दी थी। ट्रंप सरकार द्वारा लगाए गए टैरिफ ने भारत के निर्यात को खासा प्रभावित किया। जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया। जहां कभी भारत और अमेरिका रणनीतिक सांझेदार थे। वहीं टैरिफ की इस जिद ने रिश्तों में खटास भर दी थी।

भारत जैसे अहम दोस्त के दूर हो जाने का एहसास अब खुद डोनाल्ड ट्रंप को भी होने लगा है। लेकिन कहते हैं, देर आए दुरुस्त आए। अब एक बार फिर दोनों देशों के रिश्ते पटरी पर लौटने लगे हैं।

इसी कड़ी में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत का नया दौर शुरू होने जा रहा है। अमेरिका के मुख्य व्यापार वार्ताकार ब्रेंडन लिंच भारत दौरे पर हैं, और यह ट्रेड डील पर छठे दौर की वार्ता होगी। इस बैठक का मकसद यह समझना है कि दोनों देश व्यापार समझौते की ओर कैसे आगे बढ़ सकते हैं। बीते कुछ समय से इस दिशा में ठहराव था, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं।

पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सोशल मीडिया पर हुए सकारात्मक संवाद ने माहौल को कुछ नरम किया है। दोनों नेताओं ने सितंबर-अक्टूबर तक समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने की इच्छा जताई है। ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि इस बार बातचीत से ठोस परिणाम निकलेंगे और भारत-अमेरिका के व्यापारिक रिश्तों को नई रफ्तार मिलेगी।

दोनों देशों के बीच रिश्तों में समय-समय पर उतार-चढ़ाव आते रहे हैं,।लेकिन हर बार संवाद और सहयोग से रास्ता निकला है। आज फिर वही दौर है—जहां तनाव को पीछे छोड़कर, सहयोग की नई शुरुआत की जा रही है।

Exit mobile version