देहरादून में फटा बादल ,बह गई कईं गाड़ियां, दुकानों में घुसा मलबा,कई होटलों-दुकानों को नुकसान

उतराखण्ड में देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फट गया।भारी बारिश से तमसा नदी में आई बाढ़ में 2 लोग लापता हो गए, जबकि कई गाड़ियां बह गईं।देहरादून में 12वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

बड़े पैमाने पर नुकसान होने की सूचना मिली है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मुताबिक मुख्य बाजार में मलबा आने पर 2 से 3 बड़े होटल और कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। बताया जा रहा है कि रात को यहां पर करीबन 100 लोग फंस गए थे जिन्हें गांव वालों ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।

वहीं, आपदा कंट्रोल रूम को रात जब जानकारी मिली कि घटनास्थल के लिए SDRF और फायर की टीम को मौके पर  रवाना  किया गया तो उन्हे रास्ते पर मलबा गिरा मिला ,जिसके चलते वो टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई। बताया गया कि लोक निर्माण विभाग की JCB मौके पर पहुंचकर रास्ता खोलने में जुट गई है। देहरादून में आज सुबह भी तेज गरज चमक के साथ बारिश हो रही है।

दुकानें हीदो लोग लापता
मिली जानकारी के अनुसार सड़क पर कुछ दुकानें बह गई हैं, हालांकि अब तक किसी प्रकार की कोई जन-हानि की पुष्टि नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक बादल फटने से 2-3 बड़े होटल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि बाजार में बनी 7-8 दुकाने ध्वस्त हो गईं हैं।

बाढ़ में टपकेश्वर महादेव मंदिर भी पूरा डूब गया है। पुजारी ने बताया कि सुबह 5 बजे नदी में बाढ़ आई, जिससे पूरा मंदिर डूब गया। कई मूर्तियां बह गईं। हालांकि, गर्भगृह सुरक्षित है। पानी उतरने पर मंदिर में 2 फीट मलबा देखा गया।

लर्ट मोड पर संबंधित विभाग
SDRF ,NDRF और JCB उपकरण द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जिला प्रशासन ने आपदा की गंभीरता को देखते हुए सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड में रखा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने आज देहरादून, चमोली, चंपावत, उधम सिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल में तेज बारिश के चलते येलो अलर्ट जारी किया है।

इसके साथ ही अन्य जिलों में भी तेज बारिश होने के आसार हैं।
देहरादून में आई इस आपदा के बाद से जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। वहीं IRS सिस्टम से जुड़े विभागों को भी सक्रिय कर दिया गया है।

Exit mobile version