पंजाब पुलिस में एक बार फिर बड़ा भ्रष्टाचार कांड सामने आया था। रोपड़ रेंज के DIG हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद पंजाब सरकार ने शनिवार को उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspended) कर दिया। राज्य सरकार ने इस संबंध में गृह विभाग की ओर से औपचारिक आदेश जारी कर दिए हैं।CBI ने 16 अक्टूबर को भुल्लर और उनके सहयोगी एजेंट कृष्नु को 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। यह कार्रवाई मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप कारोबारी आकाश बता की शिकायत के बाद की गई थी।इस मामले ने पंजाब पुलिस में फैसे भ्रष्टाचार को उजागर किया है।
कैसे हुआ पूरा ऑपरेशन
CBI को 11 अक्टूबर को शिकायत मिली थी कि DIG हरचरण सिंह भुल्लर कारोबारी से एक पुराने केस को “सेटल” करने के लिए 8 लाख रुपये रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत के बाद CBI ने अपना जाल बिछाया और आरोपियों को 16 अक्टूबर को सेक्टर-21, चंडीगढ़ में एजेंट कृष्नु को 8 लाख रुपये लेते हुए पकड़ा।CBI टीम ने कृष्नु से पूछताछ की और उसके साथ ही DIG भुल्लर के घर पहुंचकर उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों के अनुसार, कृष्नु लंबे समय से भुल्लर का “प्राइवेट आदमी” बनकर रिश्वत के सौदे तय करता था।पुलिस ने फोन रिकार्डिंग के माध्यम से आरोपी की पहचान की।
छापेमारी में मिली करोड़ों की बरामदगी
गिरफ्तारी के बाद CBI ने भुल्लर के चंडीगढ़ और पंजाब स्थित ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कईं घंटों तक चली, जिसमें जांच एजेंसी को करोड़ों रुपये की संपत्ति का पता चला। जिसमें 7.5 करोड़ रुपये नकदी , 2.5 किलोग्राम सोना ,26 लग्जरी घड़ियां ,50 से अधिक प्रॉपर्टी दस्तावेज ,BMWव Mercedes जैसी लग्जरी कारें , 40 लीटर विदेशी शराब की बोतलेंऔर रिवॉल्वर, पिस्तौल, एयरगन और कारतूस मिले।CBI ने एजेंट कृष्नु के पास से 21 लाख रुपये नकद भी बरामद किए हैं।
भुल्लर और कृष्नु न्यायिक हिरासत में
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को चंडीगढ़ की विशेष CBI अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।CBI के सूत्रों के मुताबिक, भुल्लर और कृष्नु कई जिलों से अवैध वसूली करने के नेटवर्क का हिस्सा थे। जांच एजेंसी ने आरोपियों से जुड़े और भी ठिकानों पर छापेमारी की है।
गृह विभाग ने गिरफ्तारी के 48 घंटे बाद किया निलंबन
राज्य सरकार ने भुल्लर को ऑल इंडिया सर्विसेज (डिसिप्लिन एंड अपील) रूल्स 3(2) के तहत हरचरण सिंह भुल्लर को निलंबित किया है।गृह विभाग के नोटिस में लिखा गया है कि गिरफ्तारी के 48 घंटे बीतने के बाद, जब अधिकारी हिरासत में थे, तब यह निलंबन स्वतः प्रभाव से लागू माना गया।
भ्रष्टाचार पर सरकार की सख्ती
भुल्लर की गिरफ्तारी ने पंजाब पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार की जड़ों को एक बार फिर उजागर किया है।राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “सरकार किसी भी अधिकारी को कानून से ऊपर नहीं मानेगी। भ्रष्टाचार के मामलों में ज़ीरो टॉलरेंस नीति पर सख्ती से अमल किया जाएगा।”CBI अब DIG भुल्लर की संपत्तियों की वैधता की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्तियां सामने आई हैं, जो उनकी ज्ञात आय से कई गुना अधिक हैं। CBI इस केस को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आगे बढ़ा रही है।