पंजाब की राजनीति में आज एक बड़ा मोड़ आया है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता जगदीप सिंह चीमा अब लंबे समय तक उनके साथ जुड़े रहने के बाद पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए हैं। यह राजनीतिक बदलाव चार पीढ़ियों से शिअद से जुड़े चीमा परिवार के लिए भी महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो रहा है।
जगदीप सिंह चीमा का आज का भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए महत्वपूर्ण इवेंट माना जा रहा है। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा उन्हें पार्टी में शामिल किया। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, और अन्य कई वरिष्ठ नेता और पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
जगदीप सिंह चीमा और उनका राजनीतिक सफर
जगदीप सिंह चीमा शिअद के महासचिव रह चुके हैं और उन्होंने 2012 और 2022 में पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। 2012 में उन्होंने अमलोह से और 2022 में फतेहगढ़ साहिब से चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों ही बार जीत हासिल नहीं कर पाए।चीमा का राजनीतिक जुड़ाव उनके पिता रणधीर सिंह चीमा से भी गहरा है। उनके पिता शिअद के प्रमुख नेता और पंजाब में तीन बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। रणधीर सिंह चीमा पचास वर्षों तक SGPC सदस्य भी रहे। पिता की राह पर चलते हुए जगदीप सिंह ने भी लंबे समय तक शिअद में सक्रिय भूमिका निभाई और पार्टी के लिए कई सालों तक काम किया।
शिअद से निष्कासन का मामला
हाल ही में शिअद ने जगदीप सिंह चीमा को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। शिअद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने 30 सितंबर को सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से इसकी पुष्टि की थी। उनके अनुसार, चीमा पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था, जिसके चलते उन्हें पार्टी से बाहर किया गया।शिअद से निकाले जाने के कुछ ही दिनों बाद, जगदीप सिंह ने भाजपा का हाथ थाम लिया। उनके भाजपा में शामिल होने की प्रक्रिया आज पूरी हो गई। इस दौरान भाजपा के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता समारोह में शामिल हुए थे।
भाजपा में स्वागत और नेताओं की प्रतिक्रिया
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि पार्टी में सभी को बराबरी का सम्मान मिलता है। उन्होंने जगदीप सिंह से अपील की कि वे पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करें और अपनी क्षमता का पूरा योगदान दें। शर्मा ने कहा, “पार्टी पर जितना मेरा हक है, उतना ही हक आपके पास भी है। यहां सभी सम्मान के पात्र हैं।”
जगदीप सिंह चीमा की अपनी बात
जगदीप सिंह चीमा ने इस मौके पर कहा कि शिअद की वर्तमान ने तृत्व टीम के पास अब वह पंथक छवि नहीं रही। उन्होंने बहबलकलां कांड और अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों को अब शिअद की कहनी और करनी में अंतर साफ दिखने लगा है। उन्होंने कहा, “हमारे परिवार का शिरोमणि अकाली दल के साथ 100 साल से भी पुराना इतिहास रहा है। मगर अब वहां कुछ नहीं बचा है। आने वाला समय भाजपा का है।”