पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के डीआईजी (DIG) हरचरण सिंह भुल्लर को CBI ने रिश्वत लेने के आरोप में गुरुवार (16 अक्टूबर) को गिरफ्तार किया था। DIG पर आरोप है कि उन्होंने एक स्क्रैप कारोबारी से ₹8 लाख की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत न देने पर कारोबारी को पुराने केस में फंसाने और नए केस दर्ज करने की धमकी दी गई थी।CBI ने कारोबारी की शिकायत पर जाल बिछाया और बिचौलिए को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा, जिसके बाद DIG को भी गिरफ्तार कर लिया गया। शुक्रवार को दोनों को चंडीगढ़ स्थित CBI की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा, जहां एजेंसी रिमांड की मांग करेगी।
11 अक्तूबर को CBI को दी थी शिकायत
मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप कारोबारी आकाश बत्ता ने 11 अक्टूबर को CBI को शिकायत दी थी कि उसके खिलाफ 2023 में सरहिंद थाने में एक पुराना केस दर्ज है। दो साल बीत जाने के बावजूद पुलिस ने चालान पेश नहीं किया था। इसी बीच अगस्त 2025 में DIG का करीबी बिचौलिया कृष्णु उससे मिला और कहा कि केस को रफा-दफा करने के लिए ‘सेवा पानी’ (रिश्वत) देनी होगी।
कृष्णु ने कहा कि हर महीने कुछ रकम देने पर पुलिस की कार्रवाई से राहत मिल जाएगी। जब कारोबारी ने इंकार किया तो DIG ने खुद उसे अपने ऑफिस बुलाकर फटकार लगाई और धमकाया कि अगर पैसे नहीं दिए, तो पुराने केस में चार्जशीट दाखिल करके नए फर्जी केस दर्ज कर दिए जाएंगे।
₹8 लाख की मांगी थी रिश्वत
आकाश बत्ता ने बताया कि DIG ने ₹8 लाख की रिश्वत मांगी थी और कहा था कि पहली किस्त ₹5 लाख तुरंत देनी होगी। कारोबारी ने हिम्मत जुटाई और CBI को शिकायत कर दी। इसके बाद CBI ने जाल बिछाया और 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-21 में बिचौलिए कृष्णु को 8 लाख रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।CBI ने तत्काल DIG भुल्लर को फोन करवाया, जिसमें उन्होंने रिश्वत की रकम मंगवाने की बात स्वीकार की और दोनों को अपने ऑफिस बुलाया। इसी दौरान एजेंसी ने DIG को भी गिरफ्तार कर लिया।
52 अफसरों की टीम ने की छापेमारी
गिरफ्तारी के बाद CBI की 52 सदस्यीय टीम ने DIG हरचरण सिंह भुल्लर के मोहाली स्थित ऑफिस और चंडीगढ़ सेक्टर-40 की कोठी पर छापा मारा।छापेमारी के दौरान टीम को 5 करोड़ रुपये से अधिक नकद, 1.5 किलो सोना, महंगी लग्जरी घड़ियां, विदेशी शराब, और एक रिवॉल्वर बरामद हुई।कैश इतनी बड़ी मात्रा में था कि CBI टीम को तीन नोट गिनने वाली मशीनें मंगवानी पड़ीं। एजेंसी को DIG की 15 प्रॉपर्टी और कई लग्जरी कारों (BMW, Mercedes) के दस्तावेज भी मिले। CBI के अधिकारियों के मुताबिक, जांच देर रात तक जारी रही और कई बैंक लॉकरों की चाबियां भी बरामद की गईं।
कॉल रिकॉर्डिंग ने खोली पोल – ‘जिन्ने देंदा, नाल-नाल फड़ी चल’
CBI के हाथ एक वॉट्सऐप कॉल रिकॉर्डिंग भी लगी है, जिसमें DIG भुल्लर बिचौलिए कृष्णु से कहते सुने गए –“जिन्ने दे रहा, नाल-नाल फड़ी चल… ओनूं कह दे आठ पूरे कर दे।”
इस रिकॉर्डिंग से यह स्पष्ट हुआ कि DIG रिश्वत की रकम खुद तय करवा रहे थे और हर महीने “मंथली” की मांग भी कर रहे थे।एक अन्य रिकॉर्डिंग में बिचौलिया शिकायतकर्ता से कहता है – “अगस्त दा नी आया, सितंबर दा नी आया…”जिससे संकेत मिला कि यह रिश्वत का सिलसिला पहले से चल रहा था।
DIG भुल्लर का करियर और पारिवारिक पृष्ठभूमि
DIG हरचरण सिंह भुल्लर 2009 बैच के IPS अफसर हैं। मूल रूप से पटियाला के रहने वाले हैं।उनके पिता महल सिंह भुल्लर 2002-03 में पंजाब के DGP रह चुके हैं और 1980-90 के दशक में आतंकवाद-रोधी अभियानों के लिए जाने जाते थे।उनके छोटे भाई कुलदीप सिंह भुल्लर कांग्रेस से पूर्व विधायक रह चुके हैं।हरचरण भुल्लर ने अपने करियर में बरनाला, फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर, खन्ना, जगराओं, गुरदासपुर और एसएएस नगर में एसएसपी के तौर पर काम किया है।वह 2023 में DIG बने और पंजाब-हरियाणा जल विवाद के दौरान पुलिस कार्रवाई का नेतृत्व किया था।
अन्य अधिकारी भी रडार पर
CBI के सूत्रों ने बताया कि DIG के नेटवर्क में शामिल अन्य पुलिस अधिकारियों की भी जांच चल रही है।कारोबारी ने अपनी शिकायत में बताया था कि कई अधिकारी भी उसे परेशान कर रहे थे ताकि रिश्वत की रकम दी जा सके।एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या रिश्वत की मंथली रकम में इन अधिकारियों का भी हिस्सा था।
DIG हरचरण सिंह भुल्लर की गिरफ्तारी ने पंजाब पुलिस की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।CBI की अब तक की जांच में करोड़ों की अवैध संपत्ति, कैश और रिश्वत की रिकॉर्डिंग सामने आने के बाद यह मामला राज्य की सबसे बड़ी करप्शन कार्रवाइयों में से एक बन गया है।आने वाले दिनों में CBI की जांच से यह तय होगा कि इस भ्रष्टाचार के जाल में और कौन-कौन शामिल था।