पंजाब में आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिशों को लेकर अमृतसर पुलिस ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की है।जिसमें उन्हे सफलता भी मिली है। पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से एक रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान महकदीप सिंह उर्फ महक और आदित्य उर्फ आदि के रूप में हुई है। दोनों ही आरोपी अमृतसर के रहने वाले हैं और प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि वे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के एक ऑपरेटिव के संपर्क में थे और उनके लिए काम करते थे।
खुफिया जानकारी के आधार पर की कार्रवाई
पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को सूचना मिली कि यह नेटवर्क दिवाली के मौके पर राज्य में बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहा था। पंजाब पुलिस ने खुफिया इनपुट को गंभीरता से लेते हुए अमृतसर में ऑपरेशन को अंजाम दिया और आरोपियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया ।पुलिस ने बताया कि बरामद RPG का इस्तेमाल किसी विशेष स्थान या व्यक्ति को निशाना बनाकर हमला करने के लिए किया जाना था।
जेल से चल रही थी साजिश
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी हरप्रीत सिंह उर्फ विक्की के संपर्क में थे, जो इस समय फिरोजपुर जेल में बंद है। माना जा रहा है कि विक्की जेल के अंदर से ही पाकिस्तान के ISI नेटवर्क के जरिए राज्य में आतंक फैलाने की योजना बना रहा था। DGP गौरव यादव ने कहा कि यह नेटवर्क लंबे समय से पंजाब में आतंक फैलाने के प्रयास में था और पुलिस सतर्कता और समय पर कार्रवाई की वजह से बड़ी घटना टल गई।
FIR दर्ज कर जांच जारी
अमृतसर के घरिंडा पुलिस स्टेशन में दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां अब पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह पता लगाया जा रहा है कि हथियारों की खेप किस रास्ते से आई और इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे।
पुलिस का रुख सख्त
पंजाब पुलिस के DGP गौरव यादव ने कहा, “पुलिस आतंकवाद और संगठित अपराध के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।पंजाब में शांति और सुरक्षा बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम ऐसी किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे।”
पंजाब पुलिस की सतर्कता और समय पर कार्रवाई ने एक बार फिर बड़ी आतंकी घटना को टाल दिया है। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों और विदेशी संपर्कों का पता लगाने के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है और वे ISI जैसे आतंकवादी नेटवर्क को किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने देंगे।