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BADRINATH DHAM में हुई बर्फबारी,चारों ओर बिछी सफेद चादर ,श्रद्धालुओं में बढा उत्साह, सीजन की हुई पहली बर्फबारी

उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में सुबह से बर्फबारी का दौर जारी है। इसी के साथ बद्रीनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई है। बर्फबारी के बाद पूरा मंदिर परिसर और आसपास की पर्वत चोटियां बर्फ की सफेद चादर से ढक गई हैं, जिससे धाम का नजारा बेहद मनमोहक और दिव्य दिखाई दे रहा है।बदरीनाथ धाम में जैसे ही बर्फ गिरनी शुरू हुई, पूरा इलाका सफेद चादर में लिपट गया। श्रद्धालुओं के चेहरे खिल उठे और ‘जय बद्री विशाल’ के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।मौसम विभाग के मुताबिक, बद्रीनाथ में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। भक्त भगवान बद्री विशाल के दर्शन के साथ बर्फबारी का आनंद भी ले रहे हैं। इस वर्ष अब तक 15 लाख 90 हजार 550 श्रद्धालु बद्री विशाल के दर्शन कर चुके हैं। जानकारी के अनुसार, बद्रीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर 2025 को दोपहर 2:56 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। यह तिथि विजयदशमी पर तय की गई थी।

केदारनाथ धाम ने भी ओढ़ी बर्फ की सफेद चादर

बद्रीनाथ की तरह केदारनाथ धाम में भी बर्फबारी का सिलसिला जारी है। मंदिर परिसर, पैदल मार्ग और आसपास की चोटियां पूरी तरह बर्फ से ढक गई हैं। यह सीजन की पहली बर्फबारी है जो 23 अक्टूबर को कपाट बंद होने के बाद हुई है।लगातार बर्फबारी के चलते केदारनाथ घाटी में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है और इलाका कड़ाके की ठंड की चपेट में है।बर्फ से ढके दृश्यों को देखने के लिए पर्यटक और श्रद्धालु बड़ी संख्या में इन इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं। इससे पर्यटन व्यवसायियों में उत्साह देखा जा रहा है। स्थानीय होटलों और ट्रैवल एजेंसियों को आने वाले दिनों में टूरिस्टों की आमद बढ़ने की उम्मीद है।

शीतलहर और ठंड का असर बढ़ा

बर्फबारी के कारण चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिलों में ठंड का असर तेज हो गया है। सुबह-शाम लोग आग का सहारा ले रहे हैं। वहीं, मैदानों में भी हवा सर्द हो गई है और ठंड का अहसास बढ़ गया है।मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ऊंचाई वाले इलाकों में अगले कुछ दिनों तक बर्फबारी का सिलसिला जारी रह सकता है। विभाग के अनुसार, 6 नवंबर के बाद मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से पांच नवंबर को उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी की संभावना थी, जो सही साबित हुई है।अब 7 से 10 नवंबर तक राज्य में मौसम के शांत और शुष्क रहने का अनुमान है, लेकिन ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी के छिटपुट मामले सामने आ सकते हैं।

पर्यटन और चारधाम यात्रा को नई रफ्तार

बर्फबारी के बाद उत्तराखंड की शीतकालीन चारधाम यात्रा को रफ्तार मिलने की उम्मीद है। राज्य के पर्यटन विभाग ने भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों से सावधानी बरतने की अपील की है। प्रशासन ने कहा है कि ऊंचाई वाले इलाकों में यात्रा करने से पहले गर्म कपड़े, दवाइयाँ और सुरक्षा उपकरण साथ रखें।बर्फ से ढके बदरीनाथ-केदारनाथ धाम का दिव्य दृश्य देखने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। धाम क्षेत्र में रौनक लौट आई है और स्थानीय लोग इसे मौसम का तोहफा मान रहे हैं।

 

 

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