उत्तर प्रदेश के बरेली में पिछले शुक्रवार को ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर हुई हिंसा के बाद जुमे की नमाज को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन हाई अलर्ट पर है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल, पीएसी और RAF के जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस ने संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है। साथ ही, इन इलाकों में CCTV और ड्रोन के जरिए निगरानी भी की जा रही है।
पुलिस प्रशासन ने खुफिया विभाग को भी अलर्ट पर रखा है और ख़ुराफात करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। बरेली में इंटरनेट सेवाओं को 48 घंटे के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है ताकि माहौल को नियंत्रित किया जा सके।इस बीच, मुस्लिम धर्म गुरुओं ने भी शांति बनाए रखने की अपील की है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मुस्लिम समुदाय से कहा है कि वे जुमे की नमाज के बाद सीधे अपने घर जाएं, अपने काम और दिनचर्या में लग जाएं, और भीड़ का हिस्सा बनने से बचें। उन्होंने लोगों को किसी भी तरह के बहकावे या उकसावे में आने से मना किया है। मौलाना बरेलवी ने मस्जिद के इमामों से भी अपील की है कि वे नमाज के दौरान लोगों को शांति बनाए रखने और किसी भी तरह के धरना प्रदर्शन से दूर रहने की सलाह दें, खासकर नौजवानों को समझाएं कि वे किसी के बुलावे या भड़कावे में न आएं।
प्रदेश के प्रशासन और मुस्लिम धार्मिक नेताओं की ये संयुक्त कोशिश माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने और किसी भी तरह की हिंसा से बचने के लिए की जा रही है, ताकि आगे कोई अनहोनी न हो और लोगों का जीवन सामान्य रूप से चल सके। बता दे बवाल के दिनों से अब तक सोशल मीडिया व इंटरनेट के सहारे आधी अधूरी जानकारी व भ्रम फैलाने का भी काम किया जा रहा है। SSP की सख्ती के बाद इस तरह का कंटेंट डालने वाले कुछ यूट्यूबर व कथित पत्रकारों को सोशल मीडिया सेल ने चिह्नित करना शुरू कर दिया है। SSP ने बताया कि फिलहाल जो तीन यूट्यूबर चिह्नित किए गए हैं, उनमें दो हजियापुर के और एक फरीदपुर का है। इनके नाम भी मुकदमे में शामिल किए जा सकते हैं।