गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई और उसके आतंकवादी सिंडिकेट से जुड़े अहम सदस्य अनमोल बिश्नोई की कस्टडी को NIA कोर्ट ने 7 दिन और बढ़ाने का आदेश दिया है। सुरक्षा खतरे के चलते इस मामले की सुनवाई सीधे NIA हेडक्वार्टर में की गई।अनमोल बिश्नोई ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कोर्ट में आवेदन दिया था। इसके बाद स्पेशल NIA जज प्रशांत शर्मा NIA मुख्यालय पहुंचे और वहीं मामले की सुनवाई की।इससे पहले, 19 नवंबर को स्पेशल कोर्ट ने अनमोल को 11 दिन की NIA कस्टडी में भेजा था।उसे अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने के तुरंत बाद दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। वह 2022 से फरार चल रहा था और लॉरेंस बिश्नोई–गोल्डी बराड़ नेटवर्क में सक्रिय भूमिका निभाने वाला आरोपी है।

NIA ने कोर्ट में कहा कि अनमोल BKI-बिश्नोई गैंगस्टर सिंडिकेट का महत्वपूर्ण सदस्य है।अमेरिका से पूरे गैंग को ऑपरेट करता था। अनमोल शूटरों को लॉजिस्टिक सपोर्ट, ठिकाना और फंडिंग देता था।प्रभावशाली लोगों को निशाना बनाकर एक्सटॉर्शन रैकेट चलाता था।अनमोल 2020 से 2023 के बीच कई आतंकी घटनाओं में शामिल था।NIA के अनुसार, आतंकवादी संगठनों, गैंगस्टरों और हथियार तस्करों के बीच उसके जरिए बड़ा क्रिमिनल–टेरर गठजोड़ सक्रिय था।
अनमोल बिश्नोई पर कई गंभीर मामलों की जांच चल रही है, जिनमें पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या की साज़िश व सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग (अप्रैल 2023) और पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या से कथित लिंक शामिल हैं।दिल्ली तथा अन्य राज्यों में कई टारगेट किलिंग की प्लानिंग के आरोप भी अनमोल बिश्नोई पर लगे हैं।
अनमोल की ओर से वकील रजनी और दीपक खत्री ने कस्टडी का विरोध किया और कहा कि“NIA के पास सभी दस्तावेज़ पहले से मौजूद हैं।”“सीधा सबूत नहीं है, आरोपी जांच में सहयोग करेगा।”“अधिक कस्टडी की आवश्यकता नहीं।”लेकिन माननीय अदालत ने इन दलीलों को खारिज कर दिया।
कोर्ट ने कहा कि अभी कई पहलुओं की जांच बाकी है।आरोपी की साज़िश में वास्तविक भूमिका व सोशल मीडिया अकाउंट्स और फंडिंग नेटवर्क और टेरर सिंडिकेट का ऑपरेटिंग मॉडल,लॉरेंस बिश्नोई गैंग की जिम्मेदारी लेने वाली पोस्ट की जांच की जाएगी।इसी आधार पर अनमोल बिश्नोई की पुलिस कस्टडी 5 दिसंबर तक बढ़ा दी गई।










