हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम बरठीं के भल्लू पुल के पास बड़ा हादसा हो गया। यात्रियों से भरी एक प्राइवेट बस अचानक पहाड़ी दरकने की चपेट में आ गई। इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 2 बच्चे घायल हैं। एक 8 वर्षीय बच्चा पहले लापता था, जिसकी लाश बुधवार सुबह बरामद हो गई।
हादसा कैसे हुआ?
मंगलवार शाम करीब 6:25 बजे संतोषी बस मरोतन से घुमारवीं जा रही थी। भल्लू पुल के पास पहाड़ अचानक टूटकर बस की छत पर गिर पड़ा। कुछ ही सेकंड में बस मलबे के नीचे दब गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, “ऐसा लगा जैसे पूरा का पूरा पहाड़ आकर बस पर गिर गया।”
रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और लोगों ने हाथों से मलबा हटाकर यात्रियों को निकालने की कोशिश की।रात को करीब 2:30 बजे लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के चलते राहत कार्य रोकना पड़ा।बुधवार सुबह 6:40 बजे से NDRF, पुलिस और प्रशासन की टीमें फिर से जुट गईं और बस से शवों को बाहर निकाला गया।रेस्क्यू आपरेशन में जिंदा बचे दो भाई-बहन आरुषि और शौर्य को सुरक्षित बाहर निकाला गया, लेकिन उनकी मां की मौत हो गई।
मृतकों की सूची
इस हादसे में जान गंवाने वालों में 9 पुरुष, 4 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं। मृतकों में एक ही परिवार के चार सदस्य भी थे
राष्ट्रपति ने जताया दुख
बिलासपुर बस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दुख जताया है। उन्होंने अपने एक्स पर लिखा कि बस दुर्घटना में लोगों की मौत का समाचार अत्यंत दुखद है। अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करती हूं और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
PM मोदी ने जताया दुख
PM मोदी ने कहा कि बिलासपुर में हुए हादसे में हुई जान-माल की हानि से दुखी हूं। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
तीन लोगों का चल रहा इलाज
हिमाचल प्रदेश के डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई है। 18 लोगों को बाहर निकाला था, जिनमें से तीन को अस्पताल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि बस में करीब 25-30 लोग सवार थे।
देश के उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, CM सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और पूर्व CM जयराम ठाकुर सहित कई नेताओं ने संवेदनाएं व्यक्त कीं। डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री ने घटनास्थल पहुंचकर शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की और हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए।
मानसून में अब तक 210 लोगों की मौत
मानसून के दौरान बारिश भूस्खलन से 190 लोगों की मौत हुई है।इनमें बिलासपुरर में 8 चंबा में 26 हमीरपुर में 3 कांगड़ा में 22 किन्नौज में 15 कुल्लू में 13 लाहौल स्पीति में 4 मंड़ी मे 25 ,शिमला में 25, सिरमौर में 111 , सोलन में 25 और ऊना में 13 लोगों की जान गई है। बारिश व भूस्खलन के कारण अब तक 210 लोगों की मौत हुई है।
हादसे की वजह क्या?
स्थानीय लोगों और रिटायर्ड फौजी कुलवंत सिंह पटियाल के मुताबिक, भल्लू पुल का यह इलाका पहले से बेहद संवेदनशील था। यहां अक्सर पहाड़ी से मिट्टी और पत्थर गिरते रहते थे। ग्रामीणों ने कई बार विभाग को चेतावनी दी थी और आठ दिन पहले भी सुरक्षा उपायों की मांग की गई थी। बावजूद इसके कोई कदम नहीं उठाया गया।
मातम में डूबा इलाका
बारिश से कमजोर हुई पहाड़ी ने मंगलवार को 15 परिवारों की खुशियां छीन लीं। गांवों में मातम पसरा है। सुबह काम पर निकले लोग शाम तक शव बनकर घर लौटे।