हिमाचल प्रदेश से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के बड़े भाई राम कुमार बिंदल को सोलन पुलिस ने रेप (बलात्कार) के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया है। 25 वर्षीय युवती ने पुलिस को शिकायत दी थी कि राम कुमार ने उनके साथ इलाज के बहाने यौन शोषण किया।सोलन पुलिस ने आरोपी को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाने के बाद गिरफ्तार किया। मामले की पुष्टि सोलन एसपी गौरव सिंह ने की है।
घटना की पूरी जानकारी
जानकारी के अनुसार, सोलन पुलिस ने शुक्रवार सुबह राम कुमार बिंदल (78) को पूछताछ के लिए बुलाया और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। घटना 7 अक्टूबर की है, जब पीड़िता अपने इलाज के लिए राम कुमार बिंदल के क्लीनिक में गई थी। पुलिस के अनुसार, क्लीनिक सोलन के पुराने बस स्टैंड के पास स्थित है।युवती ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि राम कुमार ने उसके साथ इलाज के बहाने यौन शोषण किया। पुलिस की फोरेंसिक टीम ने क्लीनिक का दौरा किया और मौके पर साक्ष्य जुटाए।
युवती की शिकायत में प्रमुख बिंदु
पीड़िता ने महिला थाना सोलन में दी गई शिकायत में तीन महत्वपूर्ण बातें बताईं:
पीड़िता ने बताया कि वो काफी समय से बीमार थी और 7 अक्टूबर को राम कुमार बिंदल के क्लीनिक में उपचार के लिए गई थी। युवती ने बताया कि राम कुमार ने उसका हाथ पकड़कर नसें दबानी शुरू की और यौन समस्याओं के बारे में पूछताछ की।जांच के दौरान राम कुमार ने कहा कि प्राइवेट पार्ट भी चेक करना है। युवती ने मना किया, लेकिन आरोपी ने बहाने बनाकर उसके साथ गलत कार्य किया।युवती ने घटना के तुरंत बाद महिला थाना सोलन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने BNS की धारा 64 और 68 के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
सोलन पुलिस ने फोरेंसिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर राम कुमार बिंदल को 10 अक्टूबर को गिरफ्तार किया। पुलिस की टीम ने मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करने की बात कही है। एसपी सोलन गौरव सिंह ने स्पष्ट किया कि जांच किसी प्रभाव में आए बिना होगी और आरोपी को जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा।राम कुमार बिंदल सोलन के पुराने बस अड्डा के पास एक प्रसिद्ध वैध हैं। उनके पूर्वज भी वैध थे और अब राम कुमार उसी पारंपरिक व्यवसाय को संभाल रहे थे।
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और हर पहलू का निष्पक्ष अध्ययन किया जा रहा है। मामले में राजनीतिक प्रभाव को दरकिनार करते हुए अपराध की जांच को प्राथमिकता दी जा रही है।