हरियाणा भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. सतीश पूनिया का जन्मदिन शुक्रवार को राज्यभर के भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली, संगठन मंत्री फणीन्द्रनाथ शर्मा सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं ने डॉ. पूनिया को सोशल मीडिया और व्यक्तिगत संदेशों के माध्यम से जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
जन्मदिन के मौके पर डॉ. पूनिया ने श्रीनाथ जी मंदिर (पूँछरी का लौठा, श्रीगोवर्धन जी) कन्हैया गार्डन में केक काटकर इस खास दिन का जश्न मनाया और गोवर्धन पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया। दिनभर भाजपा कार्यकर्ताओं और आम जनता का तांता लगा रहा। कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में फूल, उपहार और शुभकामनाओं के संदेश लेकर डॉ. पूनिया से मुलाकात की। इस अवसर पर फोन और सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रदेश भर से नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं दी।

सोशल मीडिया पर कार्यकर्ताओं ने डॉ. पूनिया को प्रेरणा का स्रोत बताते हुए कहा कि उनका संगठनात्मक कौशल, जनसेवा के प्रति समर्पण और जनता के साथ सहज जुड़ाव सभी के लिए आदर्श है। कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि डॉ. पूनिया का नेतृत्व और उनके विचार हर कार्यकर्ता के लिए मार्गदर्शन का काम करता है।
इस अवसर पर डॉ. सतीश पूनिया ने कहा, “आज वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा जो स्नेह, प्रेम और आशीर्वाद मुझे मिला है, वह मेरे लिए अमूल्य है। यह सभी का प्रेम मुझे हमेशा लोगों की सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा। इस दिन मैं अपने सभी सहयोगियों, कार्यकर्ताओं और जनता का दिल से आभार व्यक्त करता हूँ। आपका साथ और आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है।”
डॉ. पूनिया का जन्मदिन हरियाणा भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए सिर्फ एक जश्न का अवसर नहीं, बल्कि संगठन और जनसेवा की प्रतिबद्धता का प्रतीक भी रहा। इस मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने डॉ. पूनिया के नेतृत्व में पार्टी की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की।
प्रदेश भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि डॉ. पूनिया का जनसेवा और संगठनात्मक दक्षता सभी कार्यकर्ताओं के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा का काम करती है। उनका समर्पण और जनता के प्रति प्रतिबद्धता पार्टी के लिए गौरव का विषय है।
इस प्रकार, प्रदेशभर में डॉ. सतीश पूनिया का जन्मदिन न केवल एक उत्सव के रूप में मनाया गया, बल्कि यह भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच संगठनात्मक एकजुटता और जनसेवा के महत्व को भी दर्शाने वाला दिन बन गया।










