हरियाणा और पंजाब में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। पश्चिमी विक्षोभ और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव से दोनों राज्यों में भारी बारिश और ठंड बढ़ने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी कर सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।
हरियाणा में बारिश और ठंड़ का असर
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के चंडीगढ़ मौसम केंद्र ने हरियाणा के 17 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।तेज बारिश के लिए संवेदनशील जिलों में कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला जिले शामिल हैं।जींद, रोहतक, सोनीपत, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद जिले में हल्की व मध्यम बारिश हो सकती है।फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी जिले में हल्की बूंदाबूदी हो सकती है।पंचकूला में बारिश शुरू हो चुकी है, वहीं नारनौल में इंडस्ट्रीयल एरिया सब स्टेशन में फाल्ट आने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही।
ठंड में वृद्धि
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अनुसार, बारिश के चलते वातावरण में नमी बढ़ी है, जिससे ठंड का असर महसूस हो रहा है। 8 अक्टूबर से उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से रात्रि तापमान और गिर सकता है। दिवाली के बाद दिन में भी ठंड का अनुभव होगा।
अचानक मौसम बदलाव के प्रभाव
सोमवार को अधिकतर जिलों में बारिश हुई, खासकर हिसार में अधिकतम तापमान 23.4°C और न्यूनतम 12°C दर्ज किया गया। इसके अलावा फतेहाबाद में नहर टूटने की घटना हुई, जिससे लगभग 50 एकड़ खेतों में पानी भर गया। प्रशासन ने लोगों से अपील कि है खेतों और मंडियों में रखी फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।तेज बारिश और हवाओं के समय बाहर जाने में सावधानी बरतें।वाहन चलाते समय फिसलन और खराब मौसम के कारण दुर्घटना से बचें।
पंजाब में भारी बारिश और तापमान गिरावट
पंजाब में सोमवार को हुई बारिश ने मंडियों में रखे अधिकांश धान को भीगने पर मजबूर कर दिया। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए 12 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
पंजाब में बारिश के आंकड़े
सबसे ज्यादा मोहाली में 32.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। पठानकोट में 14.0 मिमी पटियाला में 5.8 मिमी और बठिंडा व रूपनगर में 6.0 मिमी और3.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।आज सूबह से जालंधर और लुधियाना में झमाझम बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट और ठंड बढ़ी गई है।
हरियाणा और पंजाब में पश्चिमी विक्षोभ और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण मौसम में तेजी से बदलाव आया है। ठंड बढ़ी है और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। किसानों और नागरिकों को मौसम अलर्ट के अनुसार सतर्क रहने की जरूरत है।