BREAKING

India

FATEJPUR NEWS:दीपावली से पहले लोधीगंज पटाखा बाजार में आग ने मचाया तांडव, 15 करोड़ का हुआ नुकसान, सुरक्षा इंतज़ामों पर उठे सवाल

दीपावली से ठीक एक दिन पहले फतेहपुर शहर के लोधीगंज मैदान स्थित पटाखा बाजार में रविवार दोपहर भीषण आग लग गई। जिसके चलते इलाके में अफरा-तफरी मच गई। चंद मिनटों में ही इस आग ने पूरे बाजार को अपनी चपेट में ले लिया। जिसके चलते 80 से अधिक दुकानें जलकर राख हो गईं। आसपास का इलाका धमाकों से गूंज उठा और लोगों में दहशत फैल गई। आग पर करीब डेढ़ घंटे बाद काबू पाया जा सका।

आग लगते ही मचा हड़कंप

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा रविवार दोपहर करीब 12:30 बजे हुआ। महात्मा गांधी परास्नातक महाविद्यालय परिसर में लगी पटाखा बाजार की एक दुकान में अचानक विस्फोट हुआ, जिसके बाद आग ने तेजी से सभी दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया।आसपास मौजूद लोग चिल्लाते हुए अपनी जान बचाने के लिए इधर–उधर भागने लगे। भगदड़ के दौरान कई लोग घायल भी हो गए, जबकि कई दुकानदार और ग्राहक झुलस गए। घायलों को तत्काल एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल भेजा गया जहां उनका इलाज हो रहा है।

वाहन भी आए चपेट में

आग लगने के बाद बाजार में रखे पटाखों में लगातार धमाके होते रहे, जिसके चलते पूरा इलाका थर्रा उठा। कई दोपहिया वाहन भी आग की लपटों की चपेट में आ गए। चारों ओर धुआं फैलने से दृश्यता कम हो गई और आग बुझाने में दिक्कतें बढ़ गईं।

दमकल की गाड़ी फेल

हादसे के समय मौके पर एक छोटी दमकल गाड़ी मौजूद थी, लेकिन वह बीच में तकनीकी खराबी के कारण दगा दे गई। जबकि फायर ब्रिगेड का ऑफिस घटना स्थल से मात्र 500 मीटर की दूरी पर है, बावजूद इसके दमकल की टीम को पहुंचने में आधा घंटा लग गया।इस देरी के चलते आग तेजी से फैलती चली गई। जब तक अतिरिक्त दमकल गाड़ियां पहुंचीं, तब तक करीब 60 फीसदी दुकानें जलकर खाक हो चुकी थीं।

दमकल कर्मियों ने डेढ़ घंटे में पाया काबू

फायर ब्रिगेड की पांच से छह गाड़ियों ने करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया।सीओ सिटी ने बताया कि अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कई लोग झुलसे हैं। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है।

कई करोड़ों का नुकसान

दुकानदारों के मुताबिक, आग में करीब 10 से 15 करोड़ रुपये की आतिशबाजी और सामान जलकर राख हो गया। दीपावली से पहले हुए इस हादसे ने प्रशासनिक सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल यहां अस्थायी पटाखा बाजार लगाया जाता है, लेकिन पर्याप्त सुरक्षा इंतज़ाम नहीं किए जाते।

इस हादसे ने लोगों को गहरी चिंता में डाल दिया है। प्रशासन ने सभी बाजारों में सुरक्षा मानकों की पुन: जांच के आदेश दिए हैं ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो।

 

Leave A Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

Subscribe to Our Newsletter!

This will close in 0 seconds