दिल्ली-NCR में अक्तूबर में सर्दी ने दस्तक दे दी है और उसी के साथ ही वायु प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। राजधानी में सुबह-सुबह धुंध की मोटी परत और स्मॉग नजर आने लगा है, जिससे आम लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दिवाली से पहले ही राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, 17 अक्टूबर 2025 को दिल्ली का औसत AQI 367 दर्ज किया गया। 18 अक्टूबर को आनंद विहार जैसे इलाकों में यह 390 तक पहुंच गया है। इसका मतलब है कि दिल्ली की हवा अब स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो गई है। विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि वे सुबह और शाम के समय घर से बाहर निकलने से बचें और आवश्यकता पड़ने पर मास्क का इस्तेमाल भी करें।
दिल्ली के कई इलाकों में स्थिति बहुत ही गंभीर है। आनंद विहार में AQI 370, अक्षरधाम में 369, वज़ीरपुर में 328 और जहांगीरपुरी में 324 दर्ज किया गया है। दिल्ली के अलावा नोएडा और गाजियाबाद की हवा भी जहरीली हो गई है। स्मॉग की वजह से शहर के कई हिस्सों में दृश्यता कम हो गई है।
प्रदूषण के बढ़ने के कारण
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण के बढ़ने के अनेक कारण हैं। पंजाब और हरियाणा में पराली का जलाना, जिससे प्रदूषण हवा में फैलता है। ठंडी हवाओं और हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषण हवा में जमा हो जाता है।वाहनों और औद्योगिक धुंए से भी हवा में जहरीले कण मिल रहे हैं।जिससे प्रदूषण बढ़ रहा है।विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली का वायु प्रदूषण 5-6 सिगरेट पीने के बराबर नुकसान पहुंचा सकता है। इस समय बच्चे, बुजुर्ग और सांस या दिल की बीमारियों से जूझ रहे लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं।
सुरक्षा के लिए क्या करें
वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली- NCR में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का चरण-I लागू किया गया है। इसमें सड़कों पर धूल कम करने के उपाय व निर्माण स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल व खुले में कचरा जलाने पर रोक औऱ पानी का छिड़काव शामिल है।लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे बाहर जाते समय मास्क का इस्तेमाल करें, शारीरिक मेहनत कम करें और बच्चों तथा बुजुर्गों को घर में सुरक्षित रखें।
मौसम का हाल
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। आने वाले दिनों में ठंडी हवाओं और रात के तापमान में गिरावट के कारण धुंध और स्मॉग और बढ़ सकता है। उत्तर प्रदेश के कानपुर और लखनऊ में भी AQI क्रमशः 180 और 170 दर्ज किया गया है, जो प्रदूषण के बढ़ते स्तर की ओर इशारा करता है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि दिवाली तक मौसम अधिकांश जगहों पर सुहावना रहेगा, लेकिन दिल्ली- NCR में वायु गुणवत्ता की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है।