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DELHI -NCR में प्रदूषण का कहर ,AQI ने तोड़ा रहा है रिकॉर्ड, 19 से 21 अक्तूबर तक कोहरा और विजिबिलिटी में कमी का अलर्ट

दिवाली से पहले दिल्ली-NCR की हवा बहुत ही खराब हो चुकी है ।जिसके साथ वहां का AQI भी बहुत ही खराब श्रेणी में आ गया है। हवा दमघोटू होती गई है। राजधानी के वातावरण की हवा प्रदूषित हो गई है।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-NCR में प्रदूषित हवा दम घोंट रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड CPCB) के अनुसार,  दिल्ली का औसत AQI ‘खराब’ श्रेणी में 282 और इंडिया गेट के आसपास AQI 269 रिकॉर्ड किया गया।

राजधानी स्थित ITO के आसपास AQI 284 दर्ज किया गया है, जो ‘खराब’ श्रेणी में है। वहीं, बारापुला में ‘खराब’ श्रेणी में AQI 290 दर्ज किया गया। इसके अलावा दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास AQI 426 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में है। प्रदूषण पर काबू पाने के लिए इंडिया गेट के पास पानी की फुहारों का झिड़काव किया जा रहा है।दिल्ली से सटा गाजियाबाद सबसे ज्यादा प्रदूषित है। शहर की हवा देश में सबसे प्रदूषित रही और वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में 324 दर्ज किया गया।

दिल्ली में अब ठंडक का कुछ असर दिखने लगा है। हल्की धुंध ने सूरज की तेजी को कम कर दिया। हालांकि इसके चलते वायु प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ा। इसके चलते अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.9 डिग्री अधिक था। वहीं न्यूनतम पारा 19.6 डिग्री सेल्सियस रहा। यह भी सामान्य से 1.20 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। हालांकि मौसम विभाग ने रविवार से अगले तीन दिनों तक सुबह धुंध या हल्का कोहरा छाये रहने का पूर्वानुमान जारी किया है।

दिल्ली-NCR में इन दिनों मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदल गया है। पिछले 24 घंटों से दोपहर में तेज गर्मी और रात में हल्की ठंड का अहसास हो रहा है। लोग दिन में पसीने से परेशान हो रहे रहे हैं और रात में उन्हें हल्की सिहरन का अहसास हो रहा है। हालांकि, मौसम में बड़ा बदलाव 19 अक्तूबर से देखा जा सकता है।

मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले चार-पांच दिनों से हवाओं की गति धीमी बनी हुई है। इसके चलते दोपहर में गर्मी और प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। फिलहाल हवा की गति बढ़ने की कोई उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक 19 अक्टूबर से लेकर 21 अक्टूबर के बीच दिल्ली-NCR में सुबह के समय हल्का कोहरा छाये रहने की उम्मीद है। इसकी वजह से विजिबिलिटी में कमी आ सकती है।

 

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