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DELHI-NCR में दिवाली के रंगों के बीच छाया प्रदूषण का संकट, AQI पहुंचा ‘गंभीर’श्रेणी में ,बढ़ा स्वास्थ्य पर खतरा, गुरुग्राम का AQI 469 तक पहुँचा

दिवाली के त्योहार के बाद दिल्ली-NCR की वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से बिगड़ गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद, दिवाली की रात राजधानी और आसपास के इलाकों में जमकर आतिशबाजी हुई, जिससे मंगलवार की सुबह दिल्ली-NCR धुंध और प्रदूषण की चादर में लिपटी नजर आई।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार सुबह 8 बजे दिल्ली का समग्र एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 350 के करीब दर्ज किया गया। राजधानी के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है।

दिवाली की रात AQI कितना रहा

सोमवार रात 10 बजे तक राजधानी का समग्र AQI 344 तक पहुँच गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। इस दौरान द्वारका (417), वजीरपुर (423), अशोक विहार (404) और आनंद विहार (404) जैसे इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। वहीं, दिल्ली के अधिकांश निगरानी केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर ‘रेड जोन’ में रिकॉर्ड हुआ।

दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हालात

बवाना में 423, जहांगीरपुरी में 407 ,वजीरपुर में 408,आनंद विहार में 358 व अशोक विहार में 389 और बुराड़ी क्रॉसिंग में 399, चांदनी चौक में 350 , आईटीओ में 342 , IGI एयरपोर्ट टर्मिनल में 302 दर्ज किया गया । वहीं लोधी रोड में 322 ,मुंडका में 366 , नजफगढ़ में 336 ,नरेला में 358 पटपड़गंज में 342 और पंजाबी बाग में 376 AQI दर्ज किया गया है।

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि दिल्ली-NCR का अधिकांश क्षेत्र बेहद खराब से गंभीर वायु गुणवत्ता का सामना कर रहा है, जिससे आम जनता की सेहत पर बहुत ही अधिक असर पडेगा।

गुरूग्राम में भी संकट

दिवाली के बाद गुरुग्राम में भी अगले दिन वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। शहर का AQI 469 दर्ज किया गया, जो अत्यंत गंभीर श्रेणी में आता है। यहां पीएम2.5 और पीएम10 जैसे सूक्ष्म कण सामान्य सीमा से कई गुना अधिक थे।

मौसम का योग्दान

विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली की रात भारी आतिशबाजी के साथ-साथ स्थिर हवाएं, तापमान में गिरावट और स्थानीय प्रदूषण ने स्थिति को और बिगाड़ा है। इसके अलावा, पराली जलाना और वाहनों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण संकट को गहरा कर रहे हैं।राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का योगदान लगभग 15.6 प्रतिशत है, जबकि उद्योगों सहित अन्य स्रोतों का योगदान 23.3 प्रतिशत रहा।

GRAP योजना लागू

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने गंभीर स्थिति को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-2 को लागू कर दिया है। इसके तहत प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को सख्त निगरानी और कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

सुप्रीम कोर्ट का आदेश

15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR में “हरित पटाखों” की बिक्री और फोड़ने की अनुमति दी थी। आदेश के अनुसार, दिवाली की पूर्व संध्या और दिवाली के दिन सुबह छह बजे से सात बजे तथा रात आठ बजे से दस बजे के बीच ही पटाखे फोड़ने की इजाजत थी।मौसम विभाग (IMD) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) का अनुमान है कि अगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता और अधिक बिगड़ सकती है। स्थिर हवाओं और मौसम की स्थिति के कारण पूरे NCR में धुंध और स्मॉग की समस्या बढ़ने की संभावना है।

लोगों को  सलाह दी है कि धुंध और प्रदूषण के इस दौर में मास्क पहनना आवश्यक है, सर्दी में शारीरिक गतिविधियों को सीमित करें और बच्चों, बुजुर्गों तथा स्वास्थ्य संवेदनशील लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

 

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