भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा का मंगलवार सुबह दिल्ली के AIIMS अस्पताल में 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। 1 अक्टूबर दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे और दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था।
कौन है विजय मल्होत्रा
दिसंबर 1931 में लाहौर में जन्मे विजय कुमार मल्होत्रा दिल्ली से पांच बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके थे। वे 1972 से 1975 तक दिल्ली जनसंघ के अध्यक्ष रहे और इसके बाद दो बार भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष (1977-80 और 1980-84) के पद पर भी रहे। 1999 में हुए आम चुनाव में उन्होंने मनमोहन सिंह को चुनाव हराया था। डॉ. मनमोहन सिंह को इस चुनाव में करीब 30 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। वीके मल्होत्रा को 2,61,230 वोट, और मनमोहन को 2,31,231 वोट मिले थे।
बेदाग व स्वच्छ छवि के नेता
दिल्ली में BJP को स्थापित करने में विजय कुमार मल्होत्रा, केदार नाथ साहनी और मदन लाल खुराना की तिकड़ी की बड़ी भूमिका मानी जाती रही है। विजय कुमार मल्होत्रा जनसंघ के दौर से ही अटल बिहार वाजपेयी और लाल कृष्णआडवाणी के साथ काम करते रहे थे। मल्होत्रा एक बेदाग और स्वच्छ छवि के नेता थे।
DU में प्रोफेसर और ओलंपिक संघ के अध्यक्ष भी रहे
विजय कुमार मल्होत्रा का परिवार देश विभाजन के समय दिल्ली आ गया था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्याल से पढ़ाई की और यहां प्रोफेसर भी बने। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए काफी प्रयास किया। वे ओलंपिक संघ के अध्यक्ष भी रहे थे और खेल को बढ़ावा देने का काम भी किया। उन्होंने पार्टी को विचारधारा और संगठन के स्तर पर बढ़ाया जिसकी वजह से पार्टी लगातार मजबूत हुई।
PM नरेंद्र मोदी ने किया दुख व्यक्त
विजय मल्होत्रा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कहा कि जीवनपर्यंत जनसेवा में समर्पित रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा के निधन से गहरा दुख हुआ है। वे जमीन से जुड़े ऐसे नेता थे, जिन्हें जनता के मुद्दों की गहरी समझ थी। दिल्ली में पार्टी को सशक्त बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी शोक व्यक्त किया और कहा कि विजय कुमार मल्होत्रा का जीवन पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने वरिष्ठ नेता वीके मल्होत्रा के निधन पर शोक जताया। उन्होंने लिखा, दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता वी. के. मल्होत्रा जी के निधन का समाचार बेहद दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और अपने श्री चरणों में स्थान दें। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं।
वीके मल्होत्रा के निधन पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दुख जताया। उन्होंने कहा, जनसंघ से लेकर जनता पार्टी और भाजपा तक संगठन को आकार और विस्तार देने में अहम भूमिका निभाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा जी के निधन से मन अत्यंत व्यथित है। दिल्ली भाजपा में अध्यक्ष हों, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष या एक जन प्रतिनिधि, विजय कुमार मल्होत्रा जी ने हर भूमिका में देश और दिल्लीवासियों की सेवा की।
वीके मल्होत्रा के निधन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, ‘जनसंघ और भाजपा के इतिहास में प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा जैसे दिग्गजों का विशेष स्थान है। उन्होंने दिल्ली में हमारी पार्टी को मजबूत करने के लिए अथक परिश्रम किया। भारतीय संविधान के अपने ज्ञान के लिए व्यापक रूप से सम्मानित, वे एक अनुभवी सांसद थे जिन्होंने जनता के बीच अथक परिश्रम किया। उनके निधन से मुझे गहरा दुःख हुआ है. उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।’
भाजपा नेता मनोज तिवारी ने वी. के. मल्होत्रा के निधन पर शोक जताया। उन्होंने लिखा, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली भाजपा के प्रथम अध्यक्ष प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा जी के आकस्मिक निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
वीके मल्होत्रा के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक्स पर पोस्ट साझा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। CM योगी ने लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति एवं शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, हम सभी कार्यकताओं के अभिभावक और दिल्ली भाजपा के प्रथम अध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा जी का निधन अत्यंत पीड़ादायक और अपूरणीय क्षति है। जनसंघ के दौर से लेकर भाजपा की स्थापना तक उनका जीवन राष्ट्रनिष्ठा, संगठन कौशल और अनुशासन का जीता-जागता उदाहरण रहा। दिल्ली भाजपा के प्रथम अध्यक्ष के रूप में उन्होंने संगठन की नींव को मजबूत किया और असंख्य कार्यकर्ताओं को सेवा और समर्पण का मार्ग दिखाया। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।