BREAKING

DelhiIndia

सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी से बवाल: मदनी पर भाजपा का तीखा हमला, स्वत: संज्ञान की मांग

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी के भोपाल में दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक विवाद गहराता जा रहा है। भाजपा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया है कि मदनी का भाषण न केवल भड़काऊ है, बल्कि देश को बांटने वाला भी है।

शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मदनी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। पात्रा ने आरोप लगाया कि मदनी ने अपने भाषण में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया है, जो समाज में नफरत फैलाने और माहौल को बिगाड़ने का काम कर सकते हैं।

बयान न सिर्फ भड़काऊ, बल्कि खतरनाक’ — संबित पात्रा

संबित पात्रा ने कहा कि मदनी का पूरा भाषण उकसाने वाला है। उन्होंने कहा—
“मौलाना मदनी का बयान भड़काऊ ही नहीं, विभाजनकारी भी है। जिहाद के नाम पर दुनिया के कई हिस्सों में आतंकवाद फैला है। भारत में इसे सही ठहराने की कोशिश बेहद खतरनाक है।”

पात्रा ने आगे दावा किया कि मदनी ने भाषण में कहा कि“जहां भी अत्याचार हो, वहां जिहाद होना चाहिए।”
जिस पर भाजपा प्रवक्ता ने कड़ा विरोध जताया और इसे देश की एकता पर सीधा हमला बताया।

सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी को लेकर भी बवाल

भाजपा ने मदनी द्वारा सुप्रीम कोर्ट पर की गई कथित टिप्पणी पर भी कड़ी नाराज़गी जताई है। संबित पात्रा ने कहा कि मदनी ने कोर्ट को ‘सुप्रीम कहलाने का अधिकार नहीं’ बताया और कहा कि अदालत सरकार के दबाव में काम करती है।

पात्रा ने इस पर कहा—
“सुप्रीम कोर्ट देश की सर्वोच्च न्यायिक संस्था है। उसके खिलाफ ऐसी टिप्पणी संस्था को कमजोर करने की कोशिश है। सुप्रीम कोर्ट को इस पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।”

विपक्ष पर भी निशाना साधा

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पात्रा ने विपक्ष पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल और उनके नेता वोट बैंक की राजनीति के लिए लगातार भड़काऊ बयान दे रहे हैं।

पात्रा ने कहा—
“आज देश में दो खबरें आईं—एक तरफ विकास की बड़ी उपलब्धि, Q2 जीडीपी का ऐतिहासिक आंकड़ा। दूसरी तरफ कुछ नेता ऐसे बयान दे रहे हैं जो समाज में नफरत फैलाते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”

विवाद बढ़ने के आसार

मौलाना महमूद मदनी का बयान सामने आने के बाद से राजनीतिक हलकों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। भाजपा लगातार उनके बयान को देशविरोधी बताते हुए कार्रवाई की मांग कर रही है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से अभी तक इस राजनीतिक विवाद पर कोई नई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।बयान और पलटवार के इस दौर के बीच यह मामला आने वाले दिनों में और गरमाने की संभावना है

Leave A Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

Subscribe to Our Newsletter!

This will close in 0 seconds