भारत के मुख्य न्यायाधीश B.R. गवई पर सुप्रीम कोर्ट में हुए हमले की विपक्षी नेताओं ने कड़ी निंदा की है। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा कि यह हमला केवल मुख्य न्यायाधीश पर ही नहीं, बल्कि भारतीय संविधान पर भी हमला है।
सोनिया गांधी ने अपने बयान में कहा:
“सर्वोच्च न्यायालय में भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश पर हुए हमले की निंदा करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं हैं। यह न केवल उन पर, बल्कि हमारे संविधान पर भी हमला है। मुख्य न्यायाधीश गवई बहुत दयालु रहे हैं, लेकिन पूरे देश को गहरी पीड़ा और आक्रोश के साथ उनके साथ एकजुटता से खड़ा होना चाहिए।”
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि देश के सभी नागरिकों को इस घटना की निंदा करनी चाहिए और न्यायपालिका की स्वतंत्रता और सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी को जागरूक रहना चाहिए।सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक वकील ने चीफ जस्टिस बीआर गवई पर वस्तु फेंकने की कोशिश की और नारेबाजी भी की।कोर्ट में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को तुरंत बाहर निकाला।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इस व्यक्ति ने जूता या कागज का रोल फेंकने की कोशिश की।हमलावर वकील की वेशभूषा में था, जिससे अदालत में थोड़ी देर के लिए हंगामा भी हुआ।सोनिया गांधी के अलावा अन्य विपक्षी दलों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की। सभी नेताओं ने कहा कि न्यायपालिका पर हमला स्वीकार्य नहीं है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।मुख्य न्यायाधीश पर हमला केवल व्यक्तिगत हमला नहीं बल्कि संविधान और न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमला माना जा रहा है। देशभर में न्यायपालिका की सुरक्षा और सम्मान को लेकर लोगों में गहरी चिंता और आक्रोश देखा जा रहा है।