बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर काफी समय से सस्पेंस बना हुआ है,तो वहीं चुनाव आयोग ने आज यानि 5 अक्टूबर को एक प्रेस कांफ्रेस की और ये बताया कि बिहार में चुनाव कब होंगे?बिहार चुनाव से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के बिहार दौरे का आज दूसरा दिन हैं, जहां वह चुनाव की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और चुनाव आयोग की तैयारियों के बारे में बताया। आयोग की टीम ने पटना में राजनीतिक दलों, प्रशासनिक चुनाव अधिकारियों, राज्य के सर्वोच्च प्रशासनिक अधिकारियों, प्रवर्तन एजेंसियों, मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), विशेष पुलिस नोडल अधिकारी (एसपीएनओ) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के नोडल अधिकारियों के साथ बैठकें कीं।
बिहार के राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से राज्य में विधानसभा चुनाव छठ पूजा के तुरंत बाद कराने का आग्रह किया ताकि मतदाताओं की भागीदारी अधिकतम हो सके। साथ ही इसे यथासंभव कम चरणों में पूरा किया जा सके ताकि चुनाव कुशलता सुनिश्चित हो सके। माना जा रहा है कि 7 अक्टूबर को इसे लेकर बड़ा ऐलान होगा।
यह प्रस्ताव मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्तों सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी के साथ चुनाव तैयारियों पर एक समीक्षा बैठक के दौरान रखा गया। बिहार के दो दिवसीय दौरे की शुरुआत चुनाव आयोग की टीम ने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करके की। सूत्रों की मानें तो रविवार को शाम को बिहार से दिल्ली लौटने की बाद निर्वाचन आयोग की टीम सोमवार को पटना में हुई बैठकों की समीक्षा करेगा. इसके बाद मंगलवार या बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है.सूत्रों के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नवंबर के पहले हफ्ते में दो चरणों में मतदान कराए जाने की उम्मीद है. मतगणना संभवत दूसरे हफ्ते की शुरुआत में हो सकती है, क्योंकि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने राजनीतिक दलों को एक मजबूत लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हितधारक बताया। इसके साथ ही, उन्होंने सभी दलों से अपने मतदान और मतगणना एजेंटों की नियुक्ति करके चुनाव प्रक्रिया के हर चरण में पूरी तरह से भाग लेने का आह्वान किया। आयोग ने राजनीतिक दलों को मतदाताओं के साथ मिलकर चुनाव को उत्सव की तरह मनाने के लिए प्रोत्साहित किया। फिलहाल, चुनाव आयोग की टीम के बिहार दौरे के दूसरे दिन कई बैठक निर्धारित हैं।गौरतलब है कि वर्ष 2020 में बिहार में 3 चरणों में चुनाव हुए थे लेकिन इस बार अधिकतम दो चरणों में ही चुनाव होने की सम्भावना है। अगर ऐसा हुआ तो बिहार में पहली बार ऐसा होगा।