हरियाणा के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरण कुमार ने कथित आत्महत्या की है, और इस मामले ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर बहस का विषय बना लिया है। उनके जीवन सलाखों पर छोड़ गई नौ पेज की चिट्ठी में उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव, मानसिक प्रताड़ना और सार्वजनिक अपमान के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद, विपक्षी दलों ने Haryana सरकार पर दबाव बढ़ाया है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो। इस संदर्भ में, कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को चंडीगढ़ जाकर पूरण कुमार की पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत कुमार और अन्य परिजनों से मुलाकात करेंगे।
राहुल गांधी की चंडीगढ़ यात्रा और मुलाकात
राहुल गांधी ने चंडीगढ़ में पूरण कुमार के घर जाकर परिवार के सदस्यों से सघन बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि देश के हर दलित परिवार का मामला है। राहुल ने आरोपियों के खिलाफ फौरन कार्रवाई की मांग की और कहा कि जिन अधिकारियों का नाम चिट्ठी में लिया गया है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए उन्होंने यह भी कहा कि पूरण कुमार और उनका परिवार जिस तरह की प्रताड़ना का सामना कर रहे थे, वह स्वीकार्य नहीं है और सरकार को इस श्रेणी की घटनाओं से निपटने में गंभीर होना चाहिए
राहुल गांधी ने कहा:
यह संदेश दिया जा रहा है कि आप चाहे कितने भी सफल, बुद्धिमान या योग्य क्यों न हों, अगर आप दलित हैं, तो आपको दबाया जा सकता है, कुचला जा सकता है और बाहर निकाला जा सकता है। यह हमें स्वीकार्य नहीं है। विपक्ष के नेता के रूप में, मेरा प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री सैनी को संदेश है कि आप अधिकारी की शवयात्रा निकलने दें और यह नाटक बंद करें। मैं प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री सैनी को स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं कि वे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें और इस परिवार पर से दबाव कम करें।
सामाजिक प्रतिक्रियाएँ
यह कदम कांग्रेस की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है जिसमें वह दलितों और हाशिए पर रहने वाले वर्गों के मुकदमों पर सक्रियता दिखा रही है।कुछ दलों ने इस घटना पर बयान देते हुए कहा है कि यदि सरकार जल्द कार्रवाई नहीं करेगी, तो वे पूरे राज्य स्तर पर आंदोलन करेंगे। (उदाहरण: BSP ने राज्यव्यापी agitation की चेतावनी दी है) लोकसभा सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने आरोपियों की तात्कालिक गिरफ्तारी की मांग की है और कहा कि प्रशासन मामले को गंभीरता से लें।
विवाद की मुख्य बिंदुओं की समीक्षा
चिट्ठी में ज़िल्लेदार और अन्य वरिष्ठ IPS अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव, मानसिक प्रताड़ना, सार्वजनिक अपमान के आरोप | |
परिवार ने पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार के निर्णय को नॉलेजिन अनुरोधों पर रोका हुआ है | |
हरियाणा सरकार ने DGP को छुट्टी पर भेजा, जांच जारी है | |
मांग | तुरंत कार्रवाई, निष्पक्ष जांच, दोषियों की गिरफ्तारी |
राहुल गांधी की चंडीगढ़ यात्रा और IPS पूरण कुमार के परिवार से मुलाकात ने इस पूरे मामले को और सार्वजनिक और राजनीतिक आयाम दे दिया है। राहुल ने इसे सिर्फ एक व्यक्तिगत दुख नहीं बल्कि सामाजिक न्याय का सवाल बताया है। यदि सरकार दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करती है, तो यह घटना न्याय व संवेदनशील प्रशासन की दिशा में एक प्रतीक बन सकती है।