दिल्ली
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को ‘वोट चोरी’ पर दूसरी बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इससे पहले उन्होंने 7 अगस्त को मीडिया से बात की थी।
राहुल ने 31 मिनट के प्रजेंटेशन में वोट चोरी के आरोप लगाए और सबूत दिखाने का दावा किया। उन्होंने कहा- चुनाव आयोग जानबूझकर कांग्रेस के वोटों को निशाना बना रहा है और उनके नाम डिलीट कर रहा है। हालांकि, यह वह ‘हाइड्रोजन बम’ नहीं है, जिसका जिक्र राहुल गांधी ने किया था।
राहुल इस बार अपने साथ कर्नाटक के ऐसे वोटर्स को भी लेकर आए। जिनके नाम वोटर्स लिस्ट से डिलीट किए गए।राहुल गांधी ने दावा किया कि विपक्ष के वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं और मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’ और ‘वोट चोरों’ की रक्षा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें ये सब जानकारी कहां से मिल रही है?
राहुल गांधी का दावा है कि जिन बूथों पर कांग्रेस जीतती दिख रही थी, उन्हें निशाना बनाया गया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि “मैं इस मंच पर ऐसा कुछ नहीं कहूंगा जो 100 प्रतिशत सत्य पर आधारित न हो। मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो अपने देश से प्यार करता हूं, मैं अपने संविधान से प्यार करता हूं, मैं लोकतांत्रिक प्रक्रिया से प्यार करता हूं और मैं उस प्रक्रिया की रक्षा कर रहा हूं। मैं यहां ऐसा कुछ नहीं कहूंगा जो 100 प्रतिशत प्रमाण पर आधारित न हो।वोट डिलीट मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि अब चुनाव आयोग के लोग ही आकर उन्हें ये सब जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘एक रोचक बात आई कि इलेक्शन कमीशन के अंदर से हमें मदद मिलनी शुरू हो गई है। मैं साफ बोल देता हूं कि इलेक्शन कमीशन के अंदर से इनफॉर्मेशन आ रही है।”
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ज्ञानेश कुमार को ऐसे लोगों को संरक्षण देना बंद करना चाहिए और एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को कर्नाटक की CID के साथ पूरी जानकारी साझा करनी चाहिए। कांग्रेस नेता के आरोप पर निर्वाचन आयोग की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि कर्नाटक वोट चोरी मामले में चुनाव आयोग ने ही FIR दर्ज कराई है।
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या-क्या कहा?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सम्मेलन में कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के आलंद विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस के मतदाताओं के नाम हटाने का प्रयास सुनियोजित तरीके से किया गया उनके अनुसार, जिनके नाम हटाने के प्रयास हुए और जिनके नाम का इस्तेमाल कर नाम हटाने के आवेदन दिए गए, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी।
राहुल गांधी के मुताबिक, कर्नाटक में आलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 मतदाताओं का नाम हटाने के लिए आवेदन दिए गए। हमने पाया है कि महज 14 मिनट में 12 वोट डिलीट किए गए। उन्होंने कहा कि ऐसा कांग्रेस मतदाताओं को निशाना बनाकर किया गया। राहुल गांधी ने दावा किया कि मतदाताओं के नाम हटाने के लिए जिन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल हुआ वे कर्नाटक के बाहर के थे। वोटों को हटाने का काम किसी व्यक्ति के जरिए नहीं, बल्कि सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके केंद्रीकृत तरीके से किया गया।’
राहुल गांधी ने मंच पर कुछ लोगों को पेश किया जिनके नाम मतदाता सूची से हटाने का प्रयास हुआ या उनके नाम इस्तेमाल करके ऐसा करने का प्रयास किया गया। राहुल गांधी ने कहा, ‘इस मामले की जांच कर्नाटक की CID कर रही है। CID ने 18 पत्र भेजकर कुछ जानकारियां मांगी थी, लेकिन चुनाव आयोग वो जानकारी नहीं दे पाई क्योंकि इससे वहां तक पहुंचा जा सकेगा जहां से यह अभियान चलाया जा रहा है।’
राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजौरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरीके का इस्तेमाल करके 6850 नाम जोड़े गए। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को पूरा विवरण देना चाहिए और यदि ऐसा नहीं है तो फिर स्पष्ट हो जाएगा कि ज्ञानेश कुमार ‘वोट चोरों’ की मदद कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने बीते 1 सितंबर को पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन के मौके पर ‘वोट चोरी’ से जुड़े अपने पहले के खुलासे का हवाला देते हुए दावा किया था कि ‘एटम बम’ के बाद अब ‘‘हाइड्रोजन बम’’ आने वाला है, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों को अपना ‘मुंह नहीं दिखा पाएंगे।’’
उन्होंने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित वोट चोरी का मुद्दा बीते 7 अगस्त को संवाददाता सम्मेलन के जरिए उठाया था. इस खुलासे को उन्होंने ‘एटम बम’ कहा था।
कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में हो रहा
राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने वाले लोगों को बचाना बंद करना चाहिए। हमने आपको यहां 100% पुख्ता सबूत दे दिया है। महाराष्ट्र के राजुरा में 6815 लक्षित मतदाता जोड़े गए। यह कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में हो रहा है, और हमारे पास इसके सबूत हैं।
पटना में राहुल गांधी ने किया था ऐलान
राहुल गांधी ने बीते 1सितंबर को पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन के मौके पर ‘वोट चोरी’ से जुड़े अपने पहले के खुलासे का हवाला देते हुए दावा किया था कि ‘‘एटम बम” के बाद अब ‘‘हाइड्रोजन बम” आने वाला है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित वोट चोरी का मुद्दा बीते 7 अगस्त को संवाददाता सम्मेलन के जरिये उठाया था। इस खुलासे को उन्होंने “एटम बम” कहा था।