बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं और सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने चुनावी माहौल को देखते हुए अपने बड़े चेहरों को सक्रिय कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 3 अक्टूबर को महिलाओं को साधते हुए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 25 हजार महिलाओं को 10-10 हजार रुपये के चेक सौंपे। वहीं, 4 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं से वर्चुअल संवाद के माध्यम से जुड़ेंगे। इस संवाद के लिए पटना के एक बड़े सभागार में राज्यभर के युवाओं को आमंत्रित किया गया है।
इस संवाद कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 62 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न योजनाओं की शुरुआत करेंगे। इनमें सबसे प्रमुख “पीएम-सेतु योजना” है, जिसके तहत 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश से देशभर के 1000 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) का आधुनिकीकरण और विकास किया जाएगा। इसके साथ ही बिहार के युवाओं को ध्यान में रखते हुए “मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना” की भी शुरुआत की जाएगी, जिसके अंतर्गत स्नातक युवाओं को दो साल तक एक हजार रुपये मासिक भत्ता दिया जाएगा। इस योजना से राज्य के करीब पांच लाख युवाओं को लाभ मिलने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी इस मौके पर जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का भी लोकार्पण करेंगे, जिसमें उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे ताकि व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा मिल सके। इसके अतिरिक्त PM बिहार के चार विश्वविद्यालयों में नई शैक्षणिक और अनुसंधान सुविधाओं की आधारशिला रखेंगे तथा बिहटा में NIT पटना के नए परिसर का उद्घाटन भी करेंगे। वहीं, देशभर के नवोदय विद्यालयों और एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में स्थापित 1200 व्यावसायिक कौशल प्रयोगशालाओं का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ITI टॉपर्स को “कौशल दीक्षांत समारोह” में सम्मानित भी करेंगे। यह पूरा आयोजन न केवल युवाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, बल्कि बिहार चुनाव से पहले एक सशक्त राजनीतिक संदेश भी देता है।
आज तो बिहार में छप्पड़फाड़ तोहफों की बरसात
प्रधानमंत्री बिहार सरकार में 4,000 से अधिक नवनियुक्त उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र भी वितरित करेंगे और मुख्यमंत्री बालक/बालिका छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत कक्षा 9 और 10 के 25 लाख विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से 450 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति जारी करेंगे।