“7 अक्टूबर 2025 भारतीय राजनीति के इतिहास में एक सुनहरा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्य और केंद्र सरकार के शीर्ष नेतृत्व में अपने 24 वर्ष पूरे कर लिए हैं। 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शुरू हुई ये यात्रा, अब विश्व मंच पर भारत की बुलंद पहचान बन चुकी है। विकास, सुशासन, साहसिक फैसले और वैश्विक नेतृत्व के साथ मोदी ने भारत की दिशा और दशा — दोनों को बदल डाला कैसे देखिए हमारी स्पेशल रिपोर्ट में-
गुजरात में साढ़े बारह वर्षों तक एक सफल और विकासोन्मुख नेतृत्व देने के बाद, पिछले साढ़े ग्यारह वर्षों से PM मोदी देश के प्रधानमंत्री के रूप में भारत को नई दिशा दे रहे हैं। यह एक ऐसे नेता की कहानी है, जिसने 50 वर्ष की उम्र तक कोई चुनाव नहीं लड़ा। लेकिन जिसने देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था, सामाजिक न्याय और वैश्विक कूटनीति में ऐतिहासिक परिवर्तन किए।
गुजरात की सत्ता संभालते वक्त,राज्य भूकंप की त्रासदी से जूझ रहा था, तब PM नरेंद्र मोदी ने न केवल पुनर्निर्माण की दिशा में काम किया, बल्कि गुजरात को विकास का राष्ट्रीय मॉडल बना दिया। वाइब्रेंट गुजरात समिट ने निवेशकों का विश्वास जीता, ज्योतिग्राम योजना ने हर गांव में 24 घंटे बिजली पहुंचाई और पारदर्शी प्रशासन ने जनता के बीच विश्वास कायम किया। यही “गुजरात मॉडल” 2014 में राष्ट्रीय राजनीति में उनकी जीत की नींव बना। प्रधानमंत्री बनने के बाद, उन्होंने इसी विकास दृष्टिकोण को पूरे देश में लागू किया। स्वच्छ भारत अभियान, जनधन योजना, आयुष्मान भारत, MAKE IN INDIA, DIGITAL INDIA, और GST जैसे प्रमुख कदमों ने भारत की सामाजिक और आर्थिक संरचना को पूरी तरह से नया स्वरूप दिया। सड़कों, रेलवे, मेट्रो और 5-G नेटवर्क के विस्तार ने भारत की बुनियादी संरचना को नई ऊंचाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की विशेषता उनका साहसिक और निर्णायक रुख रहा है। 2019 में अनुच्छेद 370 और 35A का समाप्त होना हो या 2016 और 2019 में की गई सर्जिकल और एयर स्ट्राइक्स, इन सभी ने भारत की सुरक्षा नीति को एक नई दिशा दी।वही 2025 में पहलगाम हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और POK में आतंकी ठिकानों पर हुए सटीक हमले भारत की सैन्य शक्ति और प्रतिबद्धता का स्पष्ट संदेश थे।
सामाजिक न्याय के क्षेत्र में तीन तलाक कानून, नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA), एक देश एक चुनाव और नारी शक्ति वंदन अधिनियम जैसे फैसले मोदी सरकार की जनहित प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता और GST सुधार जैसे कदमों ने प्रशासनिक और आर्थिक मजबूती को नई गति दी।
वैश्विक मंच पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की साख को नए आयाम दिए हैं। वो लगातार दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता माने गए हैं। भारत की G-20, ब्रिक्स और क्वाड जैसे वैश्विक मंचों पर भूमिका से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध में एक तटस्थ शांतिदूत के रूप में भारत की भूमिका ने उनकी अंतरराष्ट्रीय छवि को और मजबूत किया। बता दे कोविड महामारी के दौरान 100 से अधिक देशों को वैक्सीन भेजकर भारत ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के मूल मंत्र को सार्थक किया। उन्होंने 177 देशों को एक साथ लाकर योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। 27 देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों और 17 विदेशी संसदों को संबोधित करने का रिकॉर्ड उनके प्रभावशाली वैश्विक नेतृत्व की मिसाल हैं।
आज नरेंद्र मोदी न केवल भारत के सबसे प्रभावशाली प्रधानमंत्रियों में से एक हैं, बल्कि विश्व राजनीति के सबसे शक्तिशाली और लोकप्रिय नेताओं में भी गिने जाते हैं। उनका बेदाग कार्यकाल, जनकेंद्रित शासन और साहसिक नेतृत्व भारत के वर्तमान और भविष्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।