इंडिगो एयरलाइंस की एक और उड़ान में विंडशील्ड में दरार आने की घटना सामने आई है। यह घटना सोमवार, 13 अक्टूबर 2025 को दोपहर लगभग 2:04 बजे हुई, जब उड़ान संख्या 6E 1607 तूतीकोरिन (Thoothukudi) से चेन्नई के लिए रवाना हुई थी। विमान में कुल 75 यात्री सवार थे। पायलट ने उड़ान के दौरान विंडशील्ड में दरार देखी और तुरंत चेन्नई एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचित किया। इसके बाद, सुरक्षा उपायों के तहत विमान को निर्धारित समय से पहले, लगभग 3:29 बजे, सुरक्षित रूप से चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। सभी यात्री सुरक्षित हैं और उन्हें विमान से बाहर निकाल लिया गया है।
पिछली घटना
यह घटना तीन दिनों के भीतर दूसरी बार हुई है, जब इंडिगो के एक विमान की विंडशील्ड में दरार आई है। इससे पहले, 10 अक्टूबर 2025 को उड़ान संख्या 6E 7253, जो मदुरै से चेन्नई आ रही थी, में भी विंडशील्ड में दरार आई थी। उस समय भी पायलट ने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचित किया और विमान को सुरक्षित रूप से लैंड कराया गया। उस उड़ान में 76 यात्री सवार थे और सभी सुरक्षित रहे।
इंडिगो एयरलाइंस ने दोनों घटनाओं पर एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि विंडशील्ड में दरार एक रखरखाव संबंधी समस्या है। एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया है कि दोनों विमानों को आवश्यक जांच और मरम्मत के बाद ही सेवा में वापस लाया जाएगा। इसके अलावा, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इन घटनाओं की जांच शुरू कर दी है।, विंडशील्ड में दरार आना आमतौर पर गंभीर सुरक्षा खतरे का कारण नहीं बनता, बशर्ते कि सभी तीन परतों में से कोई भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त न हो। हालांकि, यह घटना विमानन सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और इसकी जांच आवश्यक है।इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि विमानन सुरक्षा में निरंतर निगरानी और रखरखाव की आवश्यकता है। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और एयरलाइनों को इस दिशा में और अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है