मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 12 से 14 सितंबर तक राज्य के अधिकांश जिलों में गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है। कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और सोलन जिलों में आज ऑरेंज अलर्ट जारी है, हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग का अलर्ट: 12 से 14 सितम्बर तक भारी बारिश की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने 12 से 14 सितम्बर तक राज्य के अधिकांश जिलों में गरज के साथ भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। खासकर मैदानी और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश से जनजीवन प्रभावित होने की आशंका जताई गई है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक एहतियात बरतने की सलाह दी है।
ताज़ा चेतावनी
- मौसम विभाग (IMD)ने बताया कि अगले तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
- कांगड़ा,हमीरपुर,बिलासपुर, मंडी और सोलन जिलों में आज (12 सितम्बर) के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
- 12से14 सितम्बर तक ऊना, शिमला, सिरमौर, चंबा और कुल्लू जिलों में भी भारी बारिश की आशंका है।
- गरज-चमक के साथ आंधी और कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है।
संभावित असर
- लगातार बारिश से भूस्खलन,अचानक बाढ़ (Flash Floods)और नालों-खड्डों में जलस्तर बढ़ने का खतरा है।
- पर्वतीय सड़कों पर मलबा गिरने से यातायात बाधित हो सकता है।
- निचले इलाकों में जलभराव और घरों-दुकानों में पानी घुसने की स्थिति बन सकती है।
- किसानों की फसलें और बागवानों के सेब-फलों पर बुरा असर पड़ने की आशंका है।
- स्कूल-कॉलेज आने-जाने वाले छात्रों और रोज़मर्रा के यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रशासन की तैयारी
- जिला प्रशासन ने सभी राजस्व अधिकारियों,पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है।
- संवेदनशील इलाकों में राहत और बचाव दल तैनात किए गए हैं
- नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सावधान रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग और प्रमुख सड़कों पर भूस्खलन हटाने के लिए जेसीबी और मशीनरी तैयार रखी गई है।
जनता के लिए निर्देश
भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा न करें।
पहाड़ी इलाकों में सफ़र करने से पहले मौसम की जानकारी ज़रूर लें।
नालों और नदी-खड्डों के पास न जाएं।
मोबाइल पर आने वाले मौसम अलर्ट और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी पर ध्यान दें।
आपात स्थिति में तुरंत स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।
हिमाचल प्रदेश में 12 से 14 सितम्बर तक मौसम विभाग की चेतावनी को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में खास सतर्कता ज़रूरी है क्योंकि पहाड़ी राज्यों में अचानक मौसम बिगड़ने से जनहानि और भारी नुकसान की आशंका रहती है। प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर सतर्क रहना होगा ताकि संभावित आपदा को टाला जा सके।