पंजाब की मुश्किल घड़ी में सोनू सूद बने सहारा, आपदा पीड़ितों के साथ खड़े होने का दिया भरोसा”

सोनू सूद ने पंजाब आपदा पर जताई चिंता और मदद का भरोसा

पंजाब में हाल ही में आई आपदा ने जन-जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। तेज बारिश और बाढ़ जैसी प्राकृतिक विपदाओं के कारण गाँव-गाँव में तबाही का मंजर देखने को मिला। हजारों लोग अपने घर-बार से बेघर हो गए, फसलों और पशुधन को भारी नुकसान पहुँचा और सैकड़ों परिवार आज भी भोजन, दवाइयों और आश्रय के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

ऐसे कठिन समय में बॉलीवुड अभिनेता और समाजसेवी सोनू सूद एक बार फिर लोगों की उम्मीद बने हैं। सोनू सूद, जो कोरोना महामारी के समय से लगातार अपनी मानवीय सेवाओं के लिए पहचाने जाते हैं, ने पंजाब आपदा पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने साफ कहा कि पंजाब की पीड़ा केवल पंजाबियों की नहीं बल्कि पूरे भारत की है।

सोनू सूद ने अपने संदेश में कहा –

“पंजाब मेरी जन्मभूमि है। यहाँ के लोगों का दुख मेरा अपना दुख है। आज जब यह धरती संकट में है, तब मेरा कर्तव्य है कि मैं हर ज़रूरतमंद के साथ खड़ा रहूँ। पंजाबियों ने मुझे बहुत प्यार दिया है, अब वक्त है कि हम सब मिलकर इस संकट की घड़ी में उनका सहारा बनें।”

उन्होंने यह भी बताया कि उनकी टीम पहले से ही राहत कार्यों में लगी हुई है। प्रभावित इलाकों में भोजन, पानी, दवाइयाँ और जरूरी सामान पहुँचाने का काम तेज़ी से चल रहा है। सोनू सूद ने आम जनता से भी अपील की है कि वे अपनी क्षमता के अनुसार राहत कार्यों में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि छोटे-से-छोटा योगदान भी किसी के जीवन को बचाने में मददगार साबित हो सकता है।

सोनू सूद ने सरकार और स्थानीय प्रशासन की कोशिशों की सराहना करते हुए यह भरोसा जताया कि अगर समाज एकजुट हो जाए, तो इस कठिन समय को पार करना आसान होगा। उन्होंने खासतौर पर युवाओं से अपील की कि वे राहत कार्यों में स्वयंसेवक के रूप में आगे आएँ और प्रभावित परिवारों का हाथ थामें।

पंजाब की यह आपदा जहाँ हजारों लोगों के लिए दुख और पीड़ा लेकर आई हैवहीं सोनू सूद जैसे समाजसेवियों की संवेदनाएँ और मदद का आश्वासन इन परिवारों के लिए आशा की किरण है। उनका यह कदम न सिर्फ पंजाब बल्कि पूरे देश को यह संदेश देता है कि आपदा और संकट के समय हमें जातिधर्म और भाषा से ऊपर उठकर इंसानियत के नाते एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए

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