अनुराग ठाकुर का राहुल गांधी पर तीखा वार, “ड्रामा करके चले गए राहुल गांधी”

भाजपा के मंत्रियों ने राहुल गांधी की प्रेस–कांफ्रैस पर अपनी पार्टी व चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को खारिज किया ।आइए जानते हैं क्या कुछ कहा मंत्रियों ने –

अनुराग ठाकुर ने कहा “राहुल धमाका करने आए थे ड्रामा करके चले गए”

पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर “घुसपैठियों को पहले” की नीति के तहत भारतीय लोकतंत्र को अस्थिर करने और अराजकता फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल चुनाव आयोग और अन्य संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाकर भारत में बांग्लादेश और नेपाल जैसे हालात पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर “वोट चोरों” को संरक्षण देने का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पर हमला बोलते हुए, ठाकुर ने पूछा कि अगर उनके आरोपों में पर्याप्त दम है, तो उन्होंने हलफनामा देकर उनका ब्यौरा देने से इनकार क्यों किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी एकमात्र राजनीति “अराजकता पैदा करना और फिर पीड़ित कार्ड खेलना” है।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की निराशा बढ़ती जा रही है। ऑनलाइन किसी का नाम नहीं काटा जा सकता है। बिना किसी की बात सुने किसी का वोट नहीं काटा जाता, उस पर फैसला नहीं लिया जा सकता। कर्नाटक की आलंद विधानसभा सीट पर वोट काटने का आरोप राहुल गांधी लगा रहे हैं। बता दें चुनाव आयोग ने पहले ही इसकी जानकारी दे दी थी। EC ने मोबाइल नंबर दे दिया था। IP एड्रेस दिए गए हैं। जब सब कुछ दे दिया है तो कर्नाटक CID ने अब तक क्या किया  है। 2023 में 48 वोट से आलंद विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार जीता था। क्या वोट चोरी कर चुनाव जीता था। राहुल ने गलत आरोप लगाए हैं। कभी EC पर तो कभी VVPT पर, SIR पर सवाल खड़े करते हैं। ये सब करके राहुल गांधी क्या चाहते हैं। राहुल गांधी इन आरोप पर शपथ पत्र क्यों नहीं देते। वे धमाका करने आए थे, ड्रामा करके चले गए। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता हाइड्रोजन बम फोड़ने वाले थे, लेकिन ये फुलझड़ी निकली।

चुनाव आयोग बोला- आलंद में वोट डिलीट की नाकाम कोशिशें हुई थीं

आयोग ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप गलत और निराधार हैं। किसी भी वोट को ऑनलाइन किसी भी व्यक्ति द्वारा हटाया नहीं जा सकता, जैसा कि राहुल गांधी ने गलत धारणा बनाई है। संबंधित व्यक्ति का पक्ष सुने बिना कोई भी नाम हटाया नहीं जा सकता। 2023 में कर्नाटक के अलंद में इस तरह का असफल प्रयास हुआ था। आयोग ने खुद ही इस मामले को संज्ञान लेकर FIR कराई थी। ही अलंद मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी।

चुनाव आयोग के सूत्रों ने राहुल गांधी द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार को व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाने को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया। सूत्रों ने कहा- ज्ञानेश कुमार ने केवल 6 महीने पहले पदभार संभाला है। 2023 में जिन गड़बड़ियों का जिक्र राहुल गांधी कर रहे हैं, उनके लिए CEC को जिम्मेदार ठहराना अनुचित है। साथ ही आयोग ने यह भी याद दिलाया कि जिस आलंद सीट पर राहुल गांधी ने गड़बड़ी का आरोप लगाया, वहां 2023 में कांग्रेस प्रत्याशी बीआर पाटिल विजयी हुए थे।

निशिकांत दुबे ने कहा- “कि ये सब राहुल की साजिश”

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस से पहले BJP सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में निशिकांत दुबे ने कहा है कि आज राहुल गांधी अपनी प्रेस कांफ्रेंस के जरिए भारत के लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश का हिस्सा बनेंगे।

निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि उनका गृहमंत्रालाय से आग्रह है कि 2004 से लेकर 2025 तक सैम पित्रोदा जो अमेरिका में रहकर कांग्रेस को संचालित करते हैउसकी फंडिंग, उनकी मुलाकात, राहुल गांधी को विदेश दौरों पर किनसे मुलाकात करवाते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।

BJP का राहुल का वोट डीलिट के दावों पर पलटवार

BJP नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ना कानून समझते हैं ना सुप्रीम कोर्ट के आदेश को समझते हैं, खाली संविधान संविधान किए रहते। सुप्रीम कोर्ट गए ना? सुप्रीम कोर्ट ने दिशा निर्देश दिया ना? कोई रोक लगाई क्या? ना कानून समझते हैं ना सुप्रीम कोर्ट के आदेश को समझते हैं, खाली संविधान संविधान किए रहते हैं।

राहुल गांधी को वोट नहीं मिलता तो हम क्या करें? जिस तरह की वे बदजुबानी करते हैं, जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष पर हमले करते हैं ये देश उनको कभी वोट नहीं देगा।”

अनिल विज राहुल गांधी पर हमला

हरियाणा BJP के वरिष्ठ नेता और मंत्री अनिल विज ने राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘राहुल गांधी विश्व के पहले ऐसे राजनेता हैं जो अपने ही देश में एटम बम और हाइड्रोजन बम गिराने की भावना रखते हैं। आप को पत्रकार वार्ता में कुछ भी बात रखने का अधिकार है।

यदि आपकी भावना अच्छी है, तो आप इसी बात के लिए कोई और शब्दावली इस्तेमाल कर सकते थे, परन्तु हकीकत यह है कि आप पर नकारात्मकता इतनी हावी हो चुकी है कि न आप अच्छा सोचते हैं और न ही अच्छा बोलते हैं।

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