गुजरात में आज एक बार फिर धरती हिली। शुक्रवार दोपहर सौराष्ट्र क्षेत्र के कई इलाकों, खासकर राजकोट में भूकंप के झटके महसूस किए गए। स्थानीय लोगों में अचानक आए झटकों के बाद चिंता और दहशत का माहौल बन गया।नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.4 से 3.6 के बीच दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र राजकोट और उसके आसपास के इलाके में था, जिसकी गहराई लगभग 10 किलोमीटर मापी गई।

किस समय आया भूकंप
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, यह भूकंप शुक्रवार दोपहर 12:37 बजे आया। भूकंप का केंद्र सौराष्ट्र के गोंडल क्षेत्र से लगभग 24 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण में था। भूकंप के झटके राजकोट के जेतपुर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी महसूस किए गए।भूकंप के झटके महसूस होते ही कई लोग अपने घरों, दुकानों और कार्यालयों से बाहर निकल आए। कुछ लोग सोशल मीडिया पर भी झटकों के वीडियो सांझा कर रहे हैं, जिनमें पंखे और कुर्सियां हिलती हुई दिखाई दे रही हैं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि भूकंप की तीव्रता कम होने के कारण किसी भी तरह की जान-माल या संपत्ति को नुकसान की सूचना नहीं मिली।स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। गुजरात सरकार ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और किसी भी असामान्य स्थिति की जानकारी तुरंत स्थानीय प्रशासन को देने का आग्रह किया है।
भूकंपीय स्थिति और इतिहास
गुजरात का सौराष्ट्र क्षेत्र भूकंपीय रूप से सक्रिय जोन-3 में आता है। यहाँ समय-समय पर हल्की और मध्यम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हल्के भूकंप अक्सर सुरक्षित माने जाते हैं, लेकिन यह लोगों को सचेत रहने की याद दिलाते हैं।

प्रशासन की तैयारी
भूकंप के तुरंत बाद राजकोट और आसपास के जिलों में स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें सक्रिय हो गई हैं। उन्होंने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी है। गुजरात में पिछले कुछ वर्षों में कई हल्के भूकंप दर्ज किए गए हैं, लेकिन गंभीर नुकसान की घटनाएँ दुर्लभ रही हैं। विशेषज्ञ लोगों से आग्रह करते हैं कि भूकंप आने पर किसी सुरक्षित स्थान पर तुरंत जाएं और खुद को सुरक्षित रखें।







