गुजरात की राजनीति में आज एक बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री पटेल को छोड़कर सभी 16 मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा सौंप दिया है। इस कदम के बाद राज्य में नई कैबिनेट के गठन की प्रक्रिया तुरंत शुरू हो गई है। राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज रात मुलाकात करेंगे और नई कैबिनेट का दावा पेश करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, कल 17 अक्टूबर को सुबह 11:30 बजे गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में नवनियुक्त मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर राज्यपाल नवनियुक्त मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
नए मंत्रिमंडल में होंगे नए चेहरे
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार में लगभग 10 नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। वहीं, मौजूदा मंत्रियों में से करीब आधे को बदला जा सकता है। वर्तमान में गुजरात सरकार में मुख्यमंत्री सहित 17 मंत्री हैं, जिनमें 8 कैबिनेट और 8 राज्य मंत्री शामिल हैं। संविधान के अनुसार, 182 सदस्यीय विधानसभा में अधिकतम 27 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
गुजरात BJP में यह फेरबदल उस समय हो रहा है जब हाल ही में जगदीश विश्वकर्मा को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इससे पहले वे भूपेंद्र पटेल सरकार में राज्य मंत्री थे। इस बदलाव को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा गुजरात पहुंच रहे हैं। वे गुरुवार शाम मुख्यमंत्री पटेल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार और संगठनात्मक फेरबदल पर अंतिम मुहर नड्डा ही लगाएंगे।
प्रधानमंत्री और केंद्रीय नेताओं की बैठक में तय हुई रणनीति
यह बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली आवास पर हुई हालिया उच्चस्तरीय बैठक के बाद सामने आया है। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, सी.आर. पाटिल और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद थे। इसमें गुजरात में 2027 विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर संगठनात्मक रणनीति पर चर्चा की गई थी।
नए मंत्रियों की संभावनाएं
कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा उपस्थित रहेंगे। नई कैबिनेट में 2 उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना है। कांग्रेस से भाजपा में आए विधायक जैसे अर्जुन मोढवाड़िया, अल्पेश ठाकोर, सी.जे. चावड़ा और हार्दिक पटेल को भी मंत्री बनने का अवसर मिल सकता है।सौराष्ट्र से जयेश रादडिया और जीतु वाघानी की मंत्रीमंडल में जगह पक्की मानी जा रही है। खासकर पाटीदारों और उत्तर गुजरात से ठाकोर समुदाय को तवज्जो दी जाएगी।
वहीं, मौजूदा मंत्रियों में से कुछ को हटाने की संभावना है, जिनमें मत्स्य पालन और पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी, पंचायत मंत्री बच्चूभाई खाबर, वन एवं पर्यावरण मंत्री मुकेश पटेल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भीखूसिंह परमार और आदिवासी विकास मंत्री कुंवरजी हलपति शामिल हैं।
क्या है गुजरात फॉर्मूला?
यह बदलाव एंटी इनकंबेंसी को खत्म करने और नए चेहरों को मौका देने का रणनीतिक कदम है। 2021 और 2022 में भी गुजरात में चुनाव से पहले मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव किए गए थे। इससे भाजपा ने राज्य में लंबे समय से चल रही सरकार के प्रति जनता की शिकायतों को कम करने की कोशिश की थी। इस बार यह बदलाव चुनाव से करीब 26 महीने पहले किया गया है।