ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय ने अपने छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू के खिलाफ ऐतिहासिक और कड़ा कदम उठाया है। गुरुवार को बकिंघम पैलेस ने पुष्टि की कि किंग चार्ल्स ने एंड्रयू से ‘प्रिंस’ की उपाधि, सभी शाही सम्मान और रॉयल विशेषाधिकार छीन लिए हैं। साथ ही, उन्हें विंडसर स्थित आलीशान रॉयल लॉज को खाली करने का औपचारिक नोटिस भी दिया गया है।यह फैसला ऐसे समय में आया है जब एंड्रयू का नाम अमेरिकी यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन और वर्जिनिया गिफ्रे के मामले से जुड़ा विवाद एक बार फिर उभर कर सामने आया है।

अब ‘प्रिंस एंड्रयू’ नहीं, सिर्फ़ एंड्रयू माउंटबेटन-विंडसर
बकिंघम पैलेस के बयान के अनुसार, शाही उपाधियों और सैन्य सम्मानों को वापस लेने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।अब एंड्रयू को उनके नए नाम “एंड्रयू माउंटबेटन-विंडसर” से जाना जाएगा।यह नाम ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति प्रिंस फिलिप माउंटबेटन के पारिवारिक नामों को मिलाकर बनाया गया था, जिसकी शुरुआत 1960 में हुई थी।
एपस्टीन केस की गूंज और यौन शोषण के आरोप
एंड्रयू का नाम लंबे समय से अमेरिकी फाइनेंसर और दोषी यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़ा रहा है।पीड़िता वर्जिनिया गिफ्रे ने दावा किया था कि 2001 में, जब वह सिर्फ 17 साल की थी, तब प्रिंस एंड्रयू ने उसका यौन शोषण किया था।गिफ्रे ने 2021 में अमेरिकी अदालत में एंड्रयू के खिलाफ सिविल केस दायर किया था।बाद में फरवरी 2022 में दोनों पक्षों के बीच कोर्ट के बाहर समझौता हुआ, जिसमें एंड्रयू ने बिना अपनी गलती स्वीकार किए एक बड़ी रकम देने पर सहमति जताई थी।हाल ही में वर्जिनिया गिफ्रे के मरणोपरांत संस्मरण के प्रकाशित होने के बाद विवाद फिर भड़क गया, जिसमें उसने विस्तार से लिखा कि उसे एपस्टीन ने मानव तस्करी के ज़रिए एंड्रयू के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था।गिफ्रे ने इसी साल अप्रैल में आत्महत्या कर ली थी।

रॉयल लॉज छोड़ने का आदेश
बकिंघम पैलेस के अनुसार, एंड्रयू को विंडसर एस्टेट स्थित रॉयल लॉज हवेली की लीज़ छोड़ने के लिए औपचारिक नोटिस दिया गया है।वह अब पूर्वी इंग्लैंड के सैंड्रिंघम एस्टेट में स्थित एक निजी आवास में चले जाएंगे।पैलेस के सूत्रों के मुताबिक, यह कदम “राजशाही की गरिमा और जनता के विश्वास को पुनर्स्थापित करने” के लिए उठाया गया है।हालांकि उपाधि और अधिकार छिन जाने के बावजूद एंड्रयू ब्रिटिश क्राउन के उत्तराधिकार क्रम में आठवें स्थान पर बने रहेंगे।कानूनी रूप से इस दर्जे को हटाने के लिए संसद और राष्ट्रमंडल देशों की सहमति आवश्यक होगी ।
एंड्रयू ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस फिलिप के दूसरे बेटे हैं।उनकी शादी सारा फर्ग्यूसन से हुई थी और उनकी दो बेटियां हैं ।प्रिंसेस बीट्राइस और प्रिंसेस यूजनी।उन्होंने 22 वर्षों तक रॉयल नेवी में सेवा दी और 1982 के फॉकलैंड्स युद्ध के दौरान हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में हिस्सा लिया।2019 में सार्वजनिक कर्तव्यों से हटने के बाद उनकी सभी सैन्य भूमिकाएं निलंबित कर दी गई थीं।






