बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज मंगलवार सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। इस चरण में कुल 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है।इस चरण में 12 मंत्रियों समेत कुल 1,302 उम्मीदवार मैदान में हैं और उनकी किस्मत का फैसला लगभग 3.70 करोड़ मतदाता करेंगे।इस चुनावी महासमर में कई दिग्गज नेताओं और मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसमें शामिल हैं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, मंत्री विजेंद्र यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, लोजपा रामविलास के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, रालोमो के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता, कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान और भाकपा माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम हैं।

इस चरण में 12 मंत्रियों की भागीदारी चुनाव के प्रमुख आकर्षण में से एक है। इनमें से एक पिछली बार निर्दलीय और एक बहुजन समाज पार्टी के विधायक हैं, जो इस बार JDU के प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं। पहले चरण में दो विधान पार्षदों ने अपनी किस्मत आजमाई थी, जबकि इस बार सभी मंत्री मौजूदा विधानसभा के सदस्य हैं।
मतदान प्रक्रिया
कैमूर जिले में लोकतंत्र के महापर्व के तहत मतदान सुबह 7 बजे से शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ। जिला पदाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने जल संसाधन विभाग कार्यालय (पश्चिमी भाग) स्थित मतदान केंद्र संख्या 167 पर सबसे पहले मतदान किया। वहीं, कैमूर के पुलिस अधीक्षक हरिमोहन शुक्ला ने बूथ संख्या 165, नगर पालिका मध्य विद्यालय में अपना मताधिकार निभाया।सुबह 9 बजे तक पूरे चरण में लगभग 14.55% मतदान दर्ज किया गया। हालांकि कुछ जगहों पर मतदाता मतदान में देरी का सामना कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, बगहा में लगभग 15,000 मतदाताओं ने पानी-सड़क-पूल जैसी स्थानीय मांगों को लेकर वोट बहिष्कार किया।
चुनावी हिंसा और विवाद
गयाजी के अतरी विधानसभा क्षेत्र में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) पार्टी के चुनाव प्रचार के दौरान समर्थकों पर कथित हमला हुआ, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए। घायल समर्थकों से मिलने के लिए HAM के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज पहुंचे। मांझी ने मीडिया से बात करते हुए जिला प्रशासन और पुलिस पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “बाराचट्टी की ज्योति मांझी पर पत्थरबाजी हुई थी, तब DM और SSP ने कहा कुछ नहीं हुआ जबकि उसे चोट आई थी। अगर मौत हो जाती तो घटना माना जाता। अतरी में भी उसी तरह की घटना हुई है।”

EVM और VVPAT में तकनीकी समस्याएं
कई जिलों में EVM और VVPAT मशीनों की तकनीकी समस्याओं के कारण मतदान देर से शुरू हुआ। कुछ प्रमुख घटनाओं में शामिल हैं:बांका के कटोरिया में बूथ 76 पर EVM खराब होने के कारण वोटिंग शुरू नहीं हुई।किशनगंज के बूथ 299 में EVM खराब होने के कारण 45 मिनट की देरी हुई।औरंगाबाद के ओबरा में दाउदनगर बूथ में EVM की खराबी के कारण 40 मिनट बाद मतदान शुरू हुआ।जुमुई के चकाई विधानसभा बूथ 301 में VVPAT मशीन में गड़बड़ी के कारण 40 मिनट देरी हुई।रक्सौल में नेपाल बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा और चेकिंग के कारण मतदाताओं को इंतजार करना पड़ा।
संवेदनशील बूथ और मतदान समय
इस चरण में कुल 45,399 बूथों पर मतदान हो रहा है, जिनमें 4,109 बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है। संवेदनशील बूथों पर मतदान शाम 4 बजे से 5 बजे तक होगा, जबकि अन्य बूथों पर शाम 6 बजे तक वोटिंग जारी रहेगी।इस चरण के नतीजे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के अंतिम चरण के साथ 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।









