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JAMMU-KASHMIR में हुई सर्दी की दस्तक, वादियों में पहली बर्फबारी से बदला नजारा, बर्फबारी से ठिठुरे लोग पहाड़ों पर बर्फ, मैदानों में बारिश

जम्मू-कश्मीर की वादियों में मौसम ने अचानक करवट बदल ली है। बीते 12 घंटों से जारी इस बदलाव ने पूरे केंद्र शासित प्रदेश का नज़ारा बदल दिया है। जहां एक ओर घाटी के ऊंचे इलाकों में ताज़ी बर्फबारी ने सफेद चादर बिछा दी है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फीली हवाओं ने तापमान को नीचे धकेल दिया है। जिससे ठंड़ में बढ़ौतरी हुई है।

पहाड़ों पर बर्फ की नई परत

गुलमर्ग, सोनमर्ग, पहलगाम, द्रास और पवित्र अमरनाथ गुफा जैसे ऊंचे इलाकों में हुई बर्फबारी ने नज़ारे को पोस्टकार्ड जैसा बना दिया है। अमरनाथ गुफा के आसपास सबसे ज़्यादा बर्फबारी दर्ज की गई है। सर्द हवाओं के बीच जब बर्फ के फाहे हवा में नाचते हैं, तो घाटी की खूबसूरती और भी निखर उठती है,लेकिन साथ ही बढ़ती ठंड ने स्थानीय लोगों को गर्म कपड़ों और अलावों की शरण लेने पर मजबूर कर दिया है।

मैदानी इलाकों में बारिश और बर्फीली हवाएं

पहाड़ी इलाकों की बर्फबारी का असर मैदानी हिस्सों में साफ दिख रहा है। श्रीनगर, जम्मू और उधमपुर जैसे क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश और तेज़ हवाओं से जनजीवन प्रभावित है। तापमान में आई तेज गिरावट ने लोगों को सर्दियों के आगमन का एहसास करा दिया है। दुकानों और घरों में अब ऊनी कपड़े और कंबल फिर से बाहर आ गए हैं।

पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी का जादू

गुलमर्ग में हुई ताज़ी बर्फबारी ने अफरवत और मेन बाउल क्षेत्रों को सफेद परत से ढक दिया है। पर्यटक और स्थानीय लोग दोनों ही इस दृश्य से मंत्रमुग्ध हैं। सैलानी स्नोफॉल का आनंद लेते हुए तस्वीरें खींचते नज़र आए।
मौसम अधिकारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में और बर्फबारी की संभावना है, जिससे विंटर स्पोर्ट्स और पर्यटन गतिविधियों में बढ़ोतरी हो सकती है।

पश्चिमी विक्षोभ का असर

मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मुख्तार अहमद ने जानकारी दी कि एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ रहा है। इसके चलते 5 नवंबर तक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात और मैदानी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है।मौसम विभाग ने जोजिला दर्रे सहित कई पहाड़ी मार्गों पर फिसलन की स्थिति बन सकती है, इसलिए यात्रियों को मौसम की स्थिति देखते हुए ही सफर की योजना बनानी चाहिए।

मौसम विभाग के अनुसार, 16 और 17 नवंबर के आसपास जम्मू-कश्मीर में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि, इस दौरान ठंड में और इज़ाफा हो सकता है। सुबह और रात का तापमान गिरने से सर्दी का असर और गहराएगा।अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि वे ऊंचे इलाकों की यात्रा करते समय सतर्क रहें। पहाड़ी रास्तों पर फिसलन के कारण यातायात बाधित हो सकता है। पर्यटकों को भी यात्रा से पहले मौसम अपडेट पर नज़र रखने की सलाह दी गई है।

कश्मीर की यह पहली बर्फबारी न केवल मौसम का संकेत है, बल्कि उस सुंदर परिवर्तन की शुरुआत भी है, जिसे लोग हर साल बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। जब पूरी घाटी सफेद ओढ़नी ओढ़ लेती है, और वादियां फिर से सर्दियों के गीत गाने लगती हैं।

 

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